मुंबई के फुटबॉल एरीना में खेले गए इंटरकांटिनेंटल कप के फाइनल में भारत ने केन्या को 2-0 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। भारत की इस जीत में कप्तान सुनील छेत्री ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने दो गोल करके ना सिर्फ भारत को खिताब दिलाया बल्कि मौजूदा समय में विश्व के सक्रिय फुटबॉलरों में सबसे ज्यादा गोल करने वाले संयुक्त रूप से दूसरे खिलाड़ी भी बन गए।
उन्होंने अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनल मेसी के 64 गोल (124 मैच) की बराबरी कर ली। ओवरऑल सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने के मामले में छेत्री और मेसी संयुक्त रूप से 21वें स्थान पर हैं। इस मामले में छेत्री आइवरी कोस्ट के दिदिएर ड्रोग्बा के 65 गोल से महज एक कदम के फासले पर हैं।
इंटरकांटिनेंटल कप के फाइनल से पहले छेत्री के नाम 62 गोल दर्ज थे। इस मुकाबले के आठवें मिनट में ही छेत्री ने भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई और फिर 29वें मिनट में गोल करके उन्होंने मेसी की बराबरी की। भारत की जीत में गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू की भी अहम भूमिका रही जिन्होंने कई अहम बचाव किए।
102 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेल चुके छेत्री अब पुर्तगाल के दिग्गज स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो से पीछे हैं जिन्होंने 150 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 81 गोल किए हैं। प्रति मैच गोल औसत के मामले में छेत्री अर्जेंटीनी स्टार से आगे हैं। छेत्री का प्रति मैच गोल औसत 0.62 है जबकि मौजूदा समय में दुनिया के सबसे काबिल फुटबॉलरों में से एक मेसी का प्रति मैच गोल औसत 0.52 है। इतना ही नहीं, छेत्री का गोल औसत रोनाल्डो (0.54 प्रति मैच गोल) से भी बेहतर है।
इंटरकांटिनेंटल कप में भारत द्वारा किए गए कुल 11 गोल में से आठ गोल 33 वर्षीय छेत्री ने दागे। टूर्नामेंट में चीनी ताइपेई के खिलाफ छेत्री ने तीन गोल दागे जबकि केन्या के खिलाफ फाइनल में दो गोल करने से पहले लीग मुकाबलों में दो बार गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचाया और एक गोल न्यूजीलैंड के खिलाफ किया। मैच के बाद छेत्री ने कहा कि मेसी और रोनाल्डो से मेरी तुलना करना सही नहीं है। मैं इन दोनों का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। वे दोनों बहुत बड़े खिलाड़ी हैं। मैं बस अपने देश के लिए ज्यादा से ज्यादा गोल करना चाहता हूं।