लखनऊ : गोमती नगर स्थित उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी 15 फ़रवरी 2019 से मीडिया क्षेत्र में व्यवसायिक प्रशिक्षण के उद्देश्य से त्रैमासिक मीडिया कोर्स की शुरुआत उर्दू मीडिया सेन्टर के माध्यम से करने जा रहा है। इस बारे में सोमवार को हुई प्रेस वार्ता में यह बात अकादमी के मीडिया कोऑर्डिनेटर आलोक श्रीवास्तव कही। इस अवसर पर अकादमी की अध्यक्ष प्रोफेसर आसिफ ज़मानी ने कहा की “भारत के नव पीढ़ी को रेडियो क्षेत्र में आगे लाने के लिए किसी प्रकार से उन्हें पूर्ण व्यवहारिक पाठ्यक्रम के अनुरूप रेडियो की चुनौतियों, रचनातकमकता व नए प्रयोगों के माध्यम से सँवारने का प्रयास किया जाएगा, कोर्स के अनुसार छात्र-छात्राओं को ब्राडकास्टिंग, स्टूडियो उपकरणों, आउटडोर रिकॉर्डिंग जैसे विषयों पर व्यवहारिक ज्ञान के साथ- साथ रेडियो फॉर्मेट्स, विधा लेखन, रेडियो अभिनय, कमर्शियल तथा विज्ञापन निर्माण के क्षेत्र मे निपुर्ण करना अकादमी का मुख्य उद्देश्य है।”
इस अवसर पर एआईआर एफएम रेनबो के अनवारुल हसन ने कहा कि ” रेडियो में मॉडल कोड ओढ़ कंडक्ट का महत्व बताना आज के माहौल में बताना जरूरी है क्योंकि रेडियो में क्या नही बोलना है और क्या बोलना है इसकी समझ होना बहुत जरूरी है” वही उन्होंने इंटरनेट रेडियो में महत्व पर भी प्रकाश डाला। उर्दू अकादमी जल्द ही अपना इंटरनेट रेडियो भी आरम्भ करने जा रही है जो कि एक क्रांतिकारी कदम है। इस अवसर पर ललित सिंह पोखरियाल, फैसल रियाज़, राजा अवस्थी ने भी अपने-अपने विचार कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के समक्ष रखे। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए ललित सिंह पोखरियाल ने कहा की, “आज का युवा वर्ग को भाषा के उच्चार पर काम करने की विशेष आवशकता है, क्योंकि शब्दों का सही उच्चारण ही आपके विचारों को लोगों के समक्ष शुद्ध एवं प्रत्यक्ष रूप में रखता है।”
पाठ्यक्रम में खास
- “रेडियो जॉकी व रेडियो टेक्नोलॉजी” के नाम से शुरू हुआ पाठ्क्रम, तीन महीने में सिखाएं जाएंगे रेडियो जॉकी बनने की विधा।
- रेडियो, ड्रामा, लेखन एवं रंगमंच के देश स्तरीय विशेषज्ञ होंगे कोर्स के मुख्य प्रशिक्षक।
- अनवारुल हसन, उर्मिल कुमार थापियाल, श्री ललित सिंह पोखरियाल, फैसल रियाज़, राजा अवस्थी आदि कला, मीडिया एवं रेडियो जगत के लोग प्रशिक्षक मंडली में शामिल।
- तीन महीने का होगा पाठ्यक्रम, पाठ्यक्रम के बाद अगले 6 महीने तक मिलेगी जॉब असिस्टेन्स।