
इस अवसर पर एआईआर एफएम रेनबो के अनवारुल हसन ने कहा कि ” रेडियो में मॉडल कोड ओढ़ कंडक्ट का महत्व बताना आज के माहौल में बताना जरूरी है क्योंकि रेडियो में क्या नही बोलना है और क्या बोलना है इसकी समझ होना बहुत जरूरी है” वही उन्होंने इंटरनेट रेडियो में महत्व पर भी प्रकाश डाला। उर्दू अकादमी जल्द ही अपना इंटरनेट रेडियो भी आरम्भ करने जा रही है जो कि एक क्रांतिकारी कदम है। इस अवसर पर ललित सिंह पोखरियाल, फैसल रियाज़, राजा अवस्थी ने भी अपने-अपने विचार कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के समक्ष रखे। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए ललित सिंह पोखरियाल ने कहा की, “आज का युवा वर्ग को भाषा के उच्चार पर काम करने की विशेष आवशकता है, क्योंकि शब्दों का सही उच्चारण ही आपके विचारों को लोगों के समक्ष शुद्ध एवं प्रत्यक्ष रूप में रखता है।”
पाठ्यक्रम में खास
- “रेडियो जॉकी व रेडियो टेक्नोलॉजी” के नाम से शुरू हुआ पाठ्क्रम, तीन महीने में सिखाएं जाएंगे रेडियो जॉकी बनने की विधा।
- रेडियो, ड्रामा, लेखन एवं रंगमंच के देश स्तरीय विशेषज्ञ होंगे कोर्स के मुख्य प्रशिक्षक।
- अनवारुल हसन, उर्मिल कुमार थापियाल, श्री ललित सिंह पोखरियाल, फैसल रियाज़, राजा अवस्थी आदि कला, मीडिया एवं रेडियो जगत के लोग प्रशिक्षक मंडली में शामिल।
- तीन महीने का होगा पाठ्यक्रम, पाठ्यक्रम के बाद अगले 6 महीने तक मिलेगी जॉब असिस्टेन्स।