प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में तीन दिवसीय पेट्रोटेक प्रदर्शनी का सोमवार को विधिवत उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने पेट्रोटेक प्रदर्शनी में शामिल होने वाली कंपनियों एवं देशों के प्रतिनधियों को भी संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत विश्व में सबसे तेजी से बढ़ती 6वीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। विश्व में तीसरे नंबर पर सबसे बड़ा ऊर्जा का उपयोग करने वाला देश भारत है। उन्होंने कहा कि पिछले 4 सालों में बिजली को हर गांव तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। लक्ष्य के तहत हमने सभी घरों में बिजली पहुंचाई है, इससे भारत की रैंक सुधरी है। एलईडी से ऊर्जा की बचत हुई है और खर्च कम हुआ है। पिछले 3 साल में 64 लाख एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 साल पहले 55 फीसद लोगों पर एलपीजी था अब 90 फीसद लोगों पर एलपीजी कनेक्शन है। वर्तमान सरकार के प्रयास में देश मे हालात सुधरे हैं।
जलवायु परिवर्तन से एक साथ निपटेंगे कई देश
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि ऊर्जा विकास का मुख्य कारक है और सामाजिक आर्थिक विकास इसी पर निर्भर करता है। सोलर एनर्जी और अक्षय ऊर्जा में बहुत ज्यादा प्रतिस्पर्धा का माहौल है। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के लिए सभी देश एक साथ आ रहे हैं।
ऑयल और गैस के मामलों में काफी सुधार
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में करोड़ों लोगों के पास आज भी बिजली नहीं है और खाना बनाने के लिए गैस भी नहीं हैं। ऐसे में सभी तक ऊर्जा पहुंचाने के लिए बेहद प्रभावी ढंग से प्रयास किया है। सभी को स्वच्छ और रीजनेबल ईंधन भेजने का प्रयास किया जा रहा है। पिछले 5 साल में ऑयल और गैस के मामलों में काफी सुधार हुए हैं। गैस की कीमतों का निर्धारण में भी सुधार किया गया है। पिछले 5 साल में ऑयल और गैस के मामलों में काफी सुधार हुए हैं।
मोदी ने बताया कि गैस की कीमतों के निर्धारण में भी सुधार किया गया है। देश में 6000 किलोमीटर लंबी गैस लाइन बन चुकी है। 11000 किलोमीटर और गैस लाइन बनाने का काम चल रहा है। नेशनल गैस ग्रिड्स से 400 जिले जुड़ जाएंगे और पाइपलाइन के द्वारा 75 फीसद लोगों तक गैस की सप्लाई जुड़ जाएगी। उत्पादक देश और उपभोक्ता देशों को तेल और गैस की कीमतों में पारदर्शिता बनानी होगी और कीमतों में संतुलन भी लाना होगा।
मौसम ने डाली बाधा, सड़क मार्ग से पीएम पहुंचे ग्रेटर नोएडा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार सुबह हेलीकॉप्टर से एक्सपो मार्ट पहुंचना था, लेकिन कोहरे की वजह से पीएम मोदी सड़क मार्ग से दिल्ली से ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे से होते हुए पहुंचे। इस बीच कई जगहों पर रूट डायवर्जन कर दिया गया था।
उनकी आगवानी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। पेट्रोटेक के 13 वें संस्करण में साझेदार देशों के 95 से अधिक ऊर्जा मंत्री शामिल हो रहे हैं। इनके अलावा सात हजार से अधिक प्रतिनिधियों के इस प्रदर्शनी में शामिल होने की संभावना है।
इस बार मेक इन इंडिया व अक्षय ऊर्जा के थीम पर विशेष पवेलियन तैयार किया गया है। यहां करीब 13 देशों ने अपने पंडाल बनाए हैं। इसमें करीब 750 प्रदर्शक शामिल होंगे। प्रदर्शनी के दौरान होने वाले सेमिनार में विभिन्न देशों के करीब 86 स्पीकर शामिल होंगे।
वहीं, ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क स्थित एक्सपो मार्ट में आयोजित तीन दिवसीय पेट्रोटेक प्रदर्शनी के उद्घाटन से ठीक एक रात पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी करने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा पहुंच गए। दिल्ली के यूपी सदन से सड़क मार्ग से अचानक सीएम के ग्रेटर नोएडा पहुंचने पर पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई। सीएम रात साढ़े आठ बजे के करीब गौतमबुद्ध विवि पहुंचे और पीएम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
दरअसल, सोमवार को शुरू होने वाली पेट्रोटेक प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री दोनों को पहुंचना था। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सीएम को सोमवार सुबह सड़क मार्ग से दिल्ली से ग्रेटर नोएडा आना था। लेकिन अचानक ही वह रविवार रात साढ़े आठ बजे ही ग्रेटर नोएडा पहुंच गए। सीएम पहले जीबीयू पहुंचे। वहां जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने उनका स्वागत किया और अंतरराष्ट्रीय गेस्ट हाउस में कमरा नंबर 201 में उनके ठहरने की व्यवस्था की गई थी।