पश्चिम बंगाल की कृष्णगंज विधानसभा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक सत्यजीत बिस्वास की शनिवार को नादिया जिले में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि बिस्वास रात करीब 8 बजे माजिया-फुलबाड़ी इलाके में सरस्वती पूजा समारोह में हिस्सा ले रहे थे. इसी दौरान अपराधियों ने उन पर गोलियां चला दीं. गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई. सत्यजीत को गोली लगते ही कृष्णगर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
दरअसल, सत्यजीत बिस्वास सरस्वती पूजा का उद्घाटन करने के बाद मंच से नीचे उतरकर अपनी कार की ओर जा रहे थे. इस दौरान अचानक से कई बदमाश कहीं से बाहर आए और उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. इस घटना पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ”उन्हें मारने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. उनकी मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई होगी. उन्होंने बिस्वास की मौत के लिए बीजेपी जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि कुछ ‘गद्दार’ हैं जिन्होंने उन्हें मार डाला है.
चटर्जी ने कहा कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से तुरंत अस्पताल पहुंचने के लिए कहा है और वह कल नादिया के लिए रवाना हो सकते हैं. नादिया जिले के टीएमसी अध्यक्ष गौरीशंकर दत्ता ने बिस्वास की हत्या के लिए सीधे तौर पर बीजेपी नेता मुकुल रॉय को दोषी ठहराया. उन्होंने कहा कि मुकुल रॉय जिले में टीएमसी के संगठन को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. यह एक राजनीतिक हत्या है और हमें यकीन है कि यह बीजेपी की हरकत है.
इस मामले पर टिप्पणी के लिए मुकुल रॉय पर फोन से संपर्क नहीं किया जा सका. वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने हत्या को टीएमसी के गुटीय झगड़े का नतीजा बताया और बीजेपी पर लगाए जाए रहे आरोपों को खारिज किया. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हत्या की राजनीति हो रही है. जब भी किसी टीएमसी नेता या समर्थक की हत्या होती है तो, वे हमारी पार्टी को दोष देते हैं. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि जांच के जरिए सच्चाई सामने आए और दोषियों को सजा मिले. वहीं, घटनास्थल पर तैनाती के लिए भारी संख्या में पुलिस बल को रवाना किया गया है. बताया जा रहा है कि पुलिस को घटनास्थल से एक पिस्तौल बरामद हुई है.