मुख्य सचिव बोले, किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं
लखनऊ। सहारनपुर में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्त 82 होने की सूचना आ रही है। समाचार लिखे जाने तक कुशीनगर में 11 और रुड़की में संख्या 24 और सहारनपुर में 47 लोगों की मौत हुई है। इन घटनाओं के बाद पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त कार्यवाई में 88 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोपहर 2 बजे तक सहारनपुर पुलिस ने 39 आरोपियों को गिरफ्तार किया है तथा कुशीनगर पुलिस ने 49 आरोपियों को पकड़ कर जेल भेजा है। अभी भी कुशीनगर और सहारनपुर तथा रुड़की के 100 से अधिक प्रभावित लोग अलग-अलग चिकित्सालयों में भर्ती हैं जिनमें दो दर्जन से ज्यादा लोग अभी भी गंभीर अवस्था से जूझ रहे हैं। सूत्रों ने मृतकों की संख्या बढ़ने का दावा किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आबकारी मंत्री जयप्रताप सिंह को अपने आवास पर बुला कर पूरे मामले में विभाग की भूमिका की जानकारी प्राप्त किये। मुख्य सचिव अनूपचन्द पांडेय ने अपने हाथ में पूरी कमान लेते हुए प्रदेश के सभी जिलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर कड़ीं करवाई करने का निर्देश दिया। जहरीली शराब काण्ड की एसटीएफ की आठ टीमें बनाकर जांच शुरू कर दिया। शराब को तेज और मसालेदार और रंगीन बना कर वर्जिनल जैसी पैकिंग करने के चक्कर मे शराब जहरीली हो गयी। कुशीनगर में उपजिलाधिकारी ने आरोप लगाया कि आदेश के बावजूद पुलिस विभाग शराब कारोबारियों पर कार्यवायी नहीं करती। इतनी बड़ी मौतें होने के बाद यूपी उत्तराखंड में पुलिस और आबकारी विभाग की सैकड़ों टीमें अबैद्ध शराब के निर्माण के विरुद्ध संतुक्त छापेमारी कर रही है। अभियान चला तो राजधानी लखनऊ से लेकर प्रदेश के दर्जनों जिलों में अवैद्ध शराब की भट्ठियां और उपकरण पकड़े गए।
बस्ती में एक ढाबे पर उतर रहे एक ट्रक से 1600 सौ पेटी अवैद्ध शराब पकड़ी गई। पुलिस और आबकारी विभाग ने पूरे प्रदेश में संयुक्त अभियान चलाया।संयुक्त अभियान के परिणामस्वरूप बुलंदशहर, मुरादाबाद, उन्नाव, अमेठी, आगरा, ललितपुर, जौनपुर, शाहजहांपुर, रायबरेली, सीतापुर में बड़ी संख्या में जहरीली शराब बनाने वाले पुरुष और महिला सबको गिरफ्तार किया गया। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे के टोलप्लाज पर भी दूसरे राज्य में बनी अवैद्ध तरीके से प्रदेश में भेजी जा रही शराब की खेप पकड़ी गई। देर शाम तक यूपी पुलिस की ओर से आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही की जानकारी प्रेस को दी जाएगी।