देश में एक शहर ऐसा भी है, जहां रोजाना वाहनों में पड़ने वाले पेट्रोल और डीजल की मात्रा तय कर दी गई है. ऐसा यहां हुई जबरदस्त बर्फबारी के बाद किया गया है. देश का यह शहर है जम्मू और कश्मीर का श्रीनगर. राज्य में पिछले कई दिनों से हो रही भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. साथ ही कश्मीर घाटी को देश के अन्य हिस्से से जोड़ने वाले राजमार्ग पर बर्फ की मोटी चादर जमी हुई है. इससे घाटी तक रसद सामग्री और ईंधन की आपूर्ति बाधित हो रही है.
ईंधन की कम आपूर्ति से निपटने के लिए श्रीनगर के प्रशासन ने शहर के सभी पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश दिए हैं. प्रशासन ने कहा है कि एक दिन में एक वाहन में सिर्फ 3 लीटर पेट्रोल ही डाला जाए. साथ ही डीजल की भी मात्रा तय कर दी है. अब श्रीनगर के पेट्रोल पंपों से रोजाना केवल 10 लीटर डीजल ही एक वाहन में डाला जा सकेगा.
बता दें कि जम्मू और कश्मीर में पिछले कई दिनों से बर्फबारी हो रही है. इससे यहां के राजमार्ग में आवाजाही बंद है. घाटी के पर्वतीय क्षेत्रों में कई स्थानों में हिमस्खलन और कई स्थानों पर हिमपात हुआ है. अधिकारियों ने जम्मू कश्मीर के 22 जिलों में से 16 के लिए हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है. दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक हिमपात हुआ हैं. जिले के कुछ हिस्सों में पांच फुट तक बर्फबारी हुई है.
कश्मीर को देश के शेष हिस्से से जोड़ने वाला जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भारी हिमपात और भूस्खलन के कारण शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन भी बंद रहा. सड़क बंद होने के कारण जम्मू में फंसे लोगों ने प्रदर्शन किया. कठुआ जिले में लखनपुर से रामबन जिले के बनिहाल क्षेत्र तक राजमार्ग पर आवश्यक वस्तुओं को लेकर जा रहे 1500 से अधिक वाहन फंसे हुये हैं। इनमें अधिकतर ट्रक हैं.
वहीं कुलगाम जिले में जवाहर सुरंग के नजदीक गुरुवार शाम को हिमस्खलन के कारण प्रभावित पुलिस चौकी में फंसे सात पुलिसकर्मियों के शव शुक्रवार को बरामद किए गए. इसके अलावा अनंतनाग में भारी हिमपात ने दो लोगों की जान ले ली. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुलगाम जिले की घटना में दो पुलिसकर्मियों को बचा लिया गया था जबकि अन्य लापता थे. उन्होंने बताया कि बचाये गये पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई गई है.
दूसरी घटना में गुरुवार शाम को अनंतनाग जिले में हिमस्खलन में मकान के ढहने से मलबे में दबने के कारण एक युगल की मौत हो गयी लेकिन बचाव दल ने उनके दो बच्चों को जीवित बचा लिया. अधिकारी ने बताया कि जिले के कोकेरनाग क्षेत्र में सोनबरारी-मागम में यह घटना हुर्इ. इस हिमस्खलन में बशीर अहमद कुरैशी और उसकी पत्नी की मौत हो गई.
पुलिस चौकी की घटना के बारे में अधिकारियों ने बताया कि कुलगाम जिले में गुरुवार की शाम काजीगुंड की तरफ पर जवाहर सुरंग के उत्तरी छोर पर हिमस्खलन हुआ था. सुरंग के निकट चौकी पर तैनात 10 पुलिसकर्मी हिमस्खलन से पहले वहां से सुरक्षित निकल गये थे, जबकि 10 पुलिसकर्मी फंस गए थे.