उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मेरी हत्या कराना चाहती थी. कुशवाहा ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि आठ फरवरी तक केस वापस ले, अगर ऐसा नहीं किया गया तो वह नौ फरवरी अपने समर्थकों के साथ गिरफ्तारी देंगे.
आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे सरकार वापस ले ले. कार्यकर्ताओं को परेशान करने के लिए जान बूझकर केस दायर किए गए हैं. कुशवाहा ने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पता नहीं किस बात की मुझसे दुश्मनी है. कुछ तथ्य सामने आए हैं जिसमें लोगों ने देखा है कि मेरे माथे पर पीछे से लाठी चलाई गई थी.
कुशवाहा ने कहा कि आठ फरवरी तक पुलिस झूठे मुकदमे को वापस ले नहीं तो नौ फरवरी को कोतवाली थाने में वह अपने कार्यकर्ता के साथ जाएंगे और जेल भरो आंदोलन करेंगे. इसके साथ ही कुशवाहा ने अपने ऊपर हुए हमले और लगाए गए आरोप की जांच हाईकोर्ट के निर्देश में कमिटी बनाकर करवाने की मांग की.
कुशवाहा ने कहा कि पहले सत्ताधारी दल ने उनको राजनीति से बाहर करने की कोशिश की. इसमें सफल नहीं होने पर मेरी हत्या की साजिश रची गई दो फरवरी को जब वह शांतिपूर्ण मार्च कर रहे थे तो पुलिस के साथ सादे वेश में लोगों ने लाठियां बरसाईं कार्यकर्ताओं ने बचाया न जाने हमसे क्या द्वेष है? सरकारी तंत्र हिंसा पर उतारू है.
गौरतलब हो कि दो फरवरी को पटना में हुए आक्रोश मार्च में पुलिस और आरएलएसपी कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई थी. पुलिस ने लाठीचार्ज किया था जिसमें कुशवाहा घायल हो गए थे. उन्हें पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था. इसी मामले में उपेन्द्र कुशवाहा समेत 250 कार्यकर्ताओं को आरोपी बनाते हुए पटना के कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. अब सवाल यह है कि सरकार मुकदमा वापस लेती है या कुशवाहा गिरफ्तारी देते हैं. यह 9 फरवरी को ही साफ हो पाएगा.