आम आदमी पार्टी (आप) की विधायक अलका लांबा ने दावा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ट्विटर पर ‘अनफॉलो’ कर दिया है और उन्हें मौजूदा हालात में पार्टी में काम करने में दिक्कत हो रही है. इससे पहले, पिछले साल दिसंबर में लांबा ने दावा किया था कि आप ने उनसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने के कथित प्रस्ताव का विरोध करने को लेकर इस्तीफा मांगा था. हालांकि, आप ने इस दावे को खारिज कर दिया था.
चांदनी चौक से विधायक ने बताया कि मुझे ऐसा लगता है कि पार्टी अब मेरी सेवा नहीं चाहती. लेकिन जब तक मैं विधायक हूं, अपने क्षेत्र के लोगों के लिए काम करना जारी रखूंगी. लांबा ने कहा कि उन्होंने आप नेतृत्व को एक संदेश भेज कर यह पूछा है कि वह उनके प्रति अपना रूख स्पष्ट करें.
उन्होंने दावा किया कि उन्हें पार्टी के सभी आधिकारिक वाट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी लाइन, मीटिंग कार्यक्रम की जानकारी इन्हीं ग्रुप्स से मिलती थी, लेकिन अब मुझे दूसरे विधायकों से पूछना पड़ता है. लांबा ने कहा कि उन्होंने इस मसले पर चांदनी चौक के लोकसभा प्रभारी पंकज गुप्ता से बात की थी और उन्होंने कहा था कि ग्रुप्स में जुड़वा दिया जाएगा, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ और अब सीएम ने ट्विटर पर उन्हें अनफॉलो कर दिया. ऐसी स्थिति में काम करना मुश्किल है, क्योंकि वे अपने आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं कर सकती.
लांबा ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि पार्टी लीडरशिप नहीं चाहती कि मैं पार्टी के लिए काम करूं. मैं पार्टी के लिए ईमानदारी से काम कर रही हूं. कांग्रेस में वापसी के सवाल पर लांबा ने कहा कि आज की तारीख में मेरी कांग्रेस में किसी से बात नहीं हुई है.