राजस्थान में चार साल बाद एक बार फिर से अटल सेवा केंद्र का नाम बदलकर भारत निर्माण राजीव सेवा केंद्र होने जा रहा है. इस संबंध में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने आदेश जारी कर दिया है. ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज एसीएस राजेश्वर सिंह ने अपने आदेश में कहा है कि राज्य में जिला मुख्यालयों पर जन सुविधा केंद्र,पंचायत समिति मुख्यालयों और ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र के निर्मित भवनों का नाम परिवर्तित कर अटल सेवा केंद्र किए जाने के निर्देश 23 दिसंबर 2014 को जारी किए गए थे, लेकिन उच्च न्यायालय के 19 जनवरी 2018 को दिए गए निर्णय को देखते हुए यह आदेश तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाता है.
इस संबंध में निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने तत्कालीन सरकार के इस निर्णय के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. जिसके बाद हाईकोर्ट ने अटल सेवा केंद्र का नाम बदलकर राजीव गांधी सेवा केंद्र करने के आदेश दिए थे. हाईकोर्ट ने 19 जनवरी 2108 को केद्रों के आदेश बदलने को कहा था, लेकिन वसुंधरा सरकार ने नाम नहीं बदला था. राज्य में एक बार फिर कांग्रेस की सरकार बनने के बाद इसका नाम बदलने का आदेश जारी कर दिया गया है.
इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में कहा था कि राज्य में अटल सेवा केंद्र का नाम फिर से राजीव सेवा केंद्र किया जाएगा. गहलोत ने निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा की ओर से स्थगन प्रस्ताव के तहत उठाए इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कहा था कि इसके लिए पहले ही निर्देश दे दिए गए हैं और न्यायालय के आदेशानुसार प्रदेश में अटल सेवा केंद्रों का नाम बदलकर फिर राजीव सेवा केंद्र कर दिया जाएगा. गहलोत ने सदन में कहा था कि नाम बदलने का कोई औचित्य नहीं था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की केंद्र या राज्य सरकार ने पांच वर्ष में केवल नाम बदलने का काम ही किया है.
मुख्यमंत्री ने ये भी कहा था कि हमारी भावना थी कि हम इन सेवा केंद्रों का नाम दोनों महान शख्सियतों को समर्पित करते हुए राजीव गांधी अटल सेवा केंद्र रखें, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश पर अब इनका नामकरण राजीव गांधी सेवा केंद्र ही किया जाएगा. पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को भी भारत रत्न मिला और हम नहीं चाहते थे कि उनका नाम इससे हटाया जाए, लेकिन इस मामले में न्यायालय के आदेश के कारण मजबूरन अब अटल सेवा केंद्र का नाम फिर राजीव सेवा केंद्र करना पड़ेगा.
वहीं, याचिका लगाने वाले विधायक संयम लोढ़ा ने कहा था कि पूरे देश में राजीव सेवा केंद्र का नाम चल रहा है, लेकिन केवल राजस्थान में भाजपा सरकार ने इसे बदलकर अटल सेवा केंद्र कर दिया गया था.