राजधनी के मड़ियांव क्षेत्र की घटना, आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
लखनऊ। मड़ियांव क्षेत्र में दहेज के लिए एक विवाहिता को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। विवाहिता के चीखने-चिल्लाने पर पड़ोसियों ने आग बुझाई और उसे पुलिस की मदद से बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गंभी देख ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। पुलिस का कहना है कि विवाहिता के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्जकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गयी है। वहीं डॉक्टरों ने बताया कि विवाहिता 70 प्रतिशत जल चुकी है और उसकी हालत गंभीर है।
पुलिस के मुताबिक, अलीगंज के तातारपुर निवासी मोहम्मद आलम ने बताया कि वह परिवार के साथ रहते हैं। मोहम्मद आलम ने बताया कि उनकी 22 वर्षीय पुत्री खुशबू का निकाह वर्ष 2017 में मडियांव के कसाईबाड़ा, एकतानगर मोहल्ले के रहने वाले मोहम्मद अंसार के साथ हुआ था। निकाह में उन्होंने अपनी औकात के अनुसार दान दहेज भी दिया था। कुछ दिनों तक दोनों में ठीक-ठाक चला और उसके बाद मोहम्मद अंसार बाइक और 50 हजार रुपयों की मांग कर खुशबू को प्रताड़ित करने लगा। विवाहिता की मां का आरोप है कि इस बीच उनकी बेटी गर्भवती हो गई और ससुरालवालों की प्रताड़ना से तंग आकर मायके आकर रहने लगी। वहीं पर उसने बच्चे को जन्म दिया।
बीती 28 जनवरी को दामाद अंसार कुछ रिस्तदारों के साथ घर आया और बोला अब हम दोनों प्रेम से अपने घर में रहेंगे। रिस्तदारों व अंसार की बातों में आकर उन्होंने बेटी की विदाई कर दी। बेटी के ससुराल पहुंचने के कुछ दिनों बाद फिर सास-ससुर व दामाद दहेज की मांग करके प्रताड़ित करने लगे। आरोप है कि शुक्रवार रात करीब दो बजे सो रही खुशुबू के ऊपर दामाद अंसार ने अपने परिजनों के साथ मिलकर उसके ऊपर मिट्टी का तेल डाल कर आग लगा दिया। इंस्पेक्टर मड़ियांव संतोष कुमार सिंह का कहना है,कि पीड़िता के भाई मोहम्मद आलम की तहरीर पर पति, सास-ससुर और दो देवरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित घर में ताला डाल कर फरार हो गये हैं,उनकी तलाश की जा रही है।
अस्पताल में भर्ती कराकर भागे आरोपी
पीड़िता के भाई मोहम्मद आलम ने बताया कि शुक्रवार रात करीब दो बजे उसके बहनोई अंसार, ससुर इस्माइल, सास आशिया, देवर शुहेल ने मिलकर सो रही बहन के ऊपर मिट्टी का तेल डाल कर आग लगा दी। बहन के रोने-चिल्लाने की आवाजें सुनकर पड़ोसी अंसार के घर पहुंचे और जल रही खुशुबू के ऊपर रजाई डाल कर आग बुझवाई। बताया जाता है,कि घर वाले पुलिस को सूचना दिये बगैर खुशुबू को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती करा कर भाग निकले। बलरामपुर के डॉक्टरों ने पीड़िता की हालत को देखते हुए सिविल अस्पताल को रिफर किये। डॉक्टरों के मुताबिक खुशुबू 70 प्रतिशत से ज्यादा जल चुकी है।