कुम्भ नगरी (प्रयागराज) : संगम क्षेत्र में शनिवार की सुबह स्नान के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की नाव डगमगा गई। नाव में आठ लोग सवार थे। इससे पहले की कोई बड़ा हादसा होता एनडीआरफ, जल पुलिस तथा गोताखोरों की मदद से सभी स्नानार्थियों को तत्काल सुरक्षित बचा लिया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक (अस्थापना) कुम्भ मेला नीरज पाण्डेय ने बताया कुशीनगर पटरौना के दांदूपुर गांव के रहने वाले कन्हैयालाल शर्मा अपनी पत्नी विद्यावती देवी, सुभाष सिंह, रवि प्रताप सिंह व उसकी पत्नी, इन्दू देवी पत्नी लक्षमन, वीरन की पत्नी व बेटी एक नाव में सवार थी। वहीं परिवार के अन्य आठ दूसरी नाव में सवार थे। सभी लोग संगम में पहुंचकर स्नान करने के लिए उतरने लगे। इसी बीच नाव डगमगा गई। इससे दोनों नाविक नाव छोड़कर वहां से भाग निकले। सूचना मिलते ही मौके पर मौजूद जल पुलिस व गोताखोर सजग हो गये। वहीं एनडीआरएफ की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और श्रद्धालुओं को तत्काल बाहर निकाला और उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल ले गये।
55 वर्षीय विद्यावती को एनडीआरएफ की टीम ने जल पुलिस की बोट से तत्काल केन्द्रीय चिकित्सालय के लिए भेज दिया। हादसे के सम्बन्ध में कन्हैया लाल शर्मा ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए उनकी पत्नी विद्यावती और इन्दू देवी की जान को बचाया। दोनों को तत्काल केन्द्रीय चिकित्सालय कुम्भ मेला में एम्बुलेंस से भेजा। दोनों का उपचार चल रहा है। सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि वे लोग कुशीनगर से लगभग ढाई सौ की संख्या में आए हुए हैं। मेला क्षेत्र के सेक्टर 11 नम्बर सेक्टर रूके हुए है। आज सुबह संगम स्नान करने के लिए जा रहे थे, तभी हादसा हो गया। संगम स्नान स्थल पर नाविक नाव बहुत अव्यवस्थित ढंग से रोके हुए थे, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। जल पुलिस इसमें लापरवाही कर रही है।