लोकसभा के चुनाव की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है लेकिन बिहार में विभिन्न दलों के नेताओं के इधर से उधर जाने का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में आज जदयू को बड़ा झटका दिया है पार्टी के विधानपार्षद ऋषि मिश्रा ने । उन्होंने जदयू का साथ छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। उन्हें शक्ति सिंह गोहिल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद ऋषि मिश्रा ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि भाजपा के साथ कभी काम नहीं कर सकता, भाजपा सिर्फ बांटने की राजनीति करती है। मैंने बिना शर्त कांग्रेस ज्वाइन किया है और अब जीवनभर कांग्रेस में ही रहकर जनता की सेवा करूंगा।
जदयू के विधानपार्षद और पूर्व में विधायक रहे ऋषि मिश्रा ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि पिछले 15 महीनों से मेरा जदयू में दम घुट रहा था और अब खुले आसमान में सांस ले रहा हूं। हमने भाजपा के विरोध में राजनीति शुरू की थी और अब पार्टी में काम करना मुश्किल हो रहा था। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में हमने भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन फिर उसी पार्टी से गठबंधन भी कर लिया।
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में मेरे क्षेत्र की जनता ने भाजपा के खिलाफ अपना वोट दिया था और तब जदयू ने उसी भाजपा से हाथ मिला लिया। अब मैं अपने क्षेत्र की जनता को क्या जवाब दूंगा। उन्होंने कहा कि मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कोई शिकायत नहीं है लेकिन भाजपा के साथ काम करना मेरे लिए अब संभव नहीं, इसीलिए मैं आज कांग्रेस ज्वाइन कर रहा हूं।