र्इवीएम, राफेल विमान, वर्तमान बजट और अन्य मुद्दों पर की चर्चा
नई दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार को घेरने के लिए दिल्ली में विपक्षी दलों ने मंथन की। विपक्षी नेताओं ने शुक्रवार को चुनावों से पहले रणनीतिक चर्चा के क्रम में पहली बार दिल्ली में बैठक की। बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष के पास केन्द्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए कई मुद्दे हैं और इसमें राफेल युद्धक विमान में हुआ भ्रष्टाचार सबसे बड़ा मुद्दा है। दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में लगभग सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की। इसमें नेताओं ने आगामी चुनावों के मद्देनजर कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन, राफेल युद्धक विमान सौदा, वर्तमान बजट और अन्य मुद्दों पर आगे की रणनीति बनाई गई।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष इस तरह की बैठकें समय-समय पर आयोजित कर कई रणनीतिक मुद्दों पर चर्चा करेगा। राहुल ने कहा कि ईवीएम को लेकर लोगों के मन में अब भी शंका बनी हुई है। लोगों में इसके प्रति विश्वास बनाने के लिए विपक्ष ने एक प्रोपोजल तैयार किया है जिसे विपक्षी नेता सोमवार शाम चुनाव आयोग को सौपेंगे। राहुल ने कहा कि विपक्ष के पास मुद्दों की कमी नहीं है। रोजगार, कृषि और संस्थानों की प्रतिष्ठा और स्वायत्तता पर हमला विपक्ष के प्रमुख मुद्दे हैं।
इसके अलावा सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार का है। राफेल सौदे में अनिल अंबानी की कंपनी को 30 हजार करोड़ का लाभ पहुंचाया गया है। आने वाले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी सरकार पर एक सर्जिकल स्ट्राइक होने जा रही है और वह इन्ही मुद्दों पर आधारित होगी। बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल ने कहा कि किसान को 17 रुपये प्रतिदिन देकर उनका अपमान किया गया है। सरकार कुछ उद्योगपतियों के 3 लाख 50 हजार करोड़ माफ कर सकती है लेकिन किसानों को महज 17 रुपये प्रतिदिन देती है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी पिछले 45 वर्षों में सबसे ज्यादा है।