लखनऊ : भाजपा सरकार पूर्णतया किसान विरोधी और कारपोरेट घरानों की हिमायती है। गन्ना किसान सरकार की गलत नीतियों के सबसे ज्यादा परेशान हैं। जनता को बहकाने के लिए सरकार धार्मिक भावनाएं भड़काने की साजिश करने लगी है ताकि किसानों से किए गए वादों की याद न आए। यह बातें समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बुधवार को जारी बयान में कही। पटेल ने कहा कि गन्ना किसानों का वर्ष 2018-19 का लगभग 5088.83 करोड़ रूपये बकाया है। अक्टूबर 2019 से नई फसल का मूल्य भी सभी चीनी मिलों में बकाया है, जिससे किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। गन्ना किसान द्वारा शिक्षा शुल्क न जमा कर पाने की दशा में स्कूलों में उसके बच्चों को अपमानित किया जाता है। किसानों के बच्चों को पब्लिक स्कूलों में परीक्षा में न बैठने की हिदायते भी दी जा रही है। इससे किसानों में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों में हजारों ट्रक-ट्रालियों में गन्ना लदा खड़ा है। किसानों को सहकारी चीनी मिलों में घोषित समर्थन मूल्य 335 रूपये प्रति क्विंटल भी नहीं मिल रहा है। इससे किसान अपना गन्ना सस्ते दामों में बेचने पर मजबूर है। पटेल ने गन्ना किसानों का बकाया मूल्य दिलाने के लिए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करने की मांग की है।