लखनऊ : उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद दिवस के अवसर पर बुधवार को जीपीओ पार्क जाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा श्रद्धांजलि सभा में प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 से स्वतंत्रता प्राप्ति तक शहीद होने वाले सभी ज्ञात एवं अज्ञात शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये कहा कि महात्मा गांधी का परिनिर्वाण दिवस पूरे देश में शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी से प्रेरणा प्राप्त करके हमें स्वच्छता, ग्राम्य विकास, स्वदेशी को आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए। महात्मा गांधी ने ऐसे समाज की कल्पना की थी जिसमें हर व्यक्ति सुख-समृद्ध हो तथा कहीं भी भ्रष्टाचार न हो और देश स्वावलम्बी बने। महात्मा गांधी का सपना था कि देश में रामराज जैसी सरकार हो।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने के लिये त्याग और समर्पण की भावना से कार्य करना होगा। राम नाईक ने कहा कि यह संयोग है कि आज का दिन ‘विश्व कुष्ठ निवारण दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है। कुष्ठ सेवा परमात्मा की सेवा है। महात्मा गांधी ने कुष्ठ सेवा को अपना ध्येय बनाया था। वास्तव में कुष्ठ पीड़ित समाज में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति से भी नीचे खड़े होते हैं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार ने 3,791 कुष्ठ पीड़ितों को चिन्हित करके ‘मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण’ के अंतर्गत उन्हें पक्के आवास देने का निर्णय किया है जिस पर रूपये 46 करोड़ का व्यय आयेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने विश्व को सत्य और अहिंसा का मार्ग दिखाया। देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अविस्मरणीय योगदान देने वाले राष्ट्रपिता की पुण्यतिथि पर हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देते हैं।
वहीं राजभवन में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा व चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की तथा दो मिनट का मौन धारण किया। इस अवसर पर भातखण्डे संगीत संस्थान अभिमत विश्वविद्यालय, लखनऊ के कलाकारों द्वारा बापू के प्रिय भजन व रामधुन प्रस्तुत किये गये। श्रद्धांजलि सभा में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव सहित राजभवन के समस्त अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव ने महात्मा गांधी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुये कहा कि महात्मा गांधी का दर्शन सत्य और अहिंसा पर आधारित है। हिंसा का समाज में कोई स्थान नहीं है। महात्मा गांधी के साथ दक्षिण अफ्रीका में ट्रेन से यात्रा करते समय जो नस्ली भेदभाव की घटना हुई वह देश की आजादी के लिये सूत्रधार बनी। महात्मा गांधी ने भेदभाव रहित, गरीबी मुक्त एवं स्वावलम्बी देश का सपना देखा था। उन्होंने कहा कि गांधी जी के दिखाये रास्ते पर चलें यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि महात्मा गांधी ने देशभर में घूम-घूम कर आम जनता को आजादी की लड़ाई में जोड़ा था। उनके योगदान को कोई भुला नहीं सकता।