गणतंत्र दिवस परेड में सीएमएस की झाँकी को मिला पहला पुरस्कार
लखनऊ। सिटी मान्टेसरी स्कूल द्वारा गणतन्त्र दिवस समारोह में प्रदर्शित झाँकी ‘ऐसा मस्तिष्क बनाओ, जैसा था बापू का’ को यहाँ पुलिस लाइन, लखनऊ में आयोजित ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह में राज्यपाल राम नाइक ने ‘चल वैजयन्ती’ पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया. गणतंत्र दिवस परेड में सीएम.एस. की यह अनूठी झाँकी जनमानस के प्रमुख आकर्षण का केन्द्र रही, जिसने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के सत्य, अहिंसा, एकता व शान्ति के विचारों को सारे विश्व समाज में प्रचारित-प्रवाहित किया एवं जनमानस को ‘सर्वधर्म समभाव’, ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ एवं ‘जय जगत’ का संदेश दिया. सीएमएस की इस झाँकी को अत्यन्त भव्य साज-सज्जा एवं समाजोपयोगी व प्रेरणादायी विचारों के लिए निर्णायक मंडल ने प्रथम पुरस्कार से नवाजा.
शिक्षात्मक-साँस्कृतिक श्रेणी में भी प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कारों समेत सीएमएस के नाम सात पुरस्कार
इसके अलावा गणतन्त्र दिवस परेड में सीएमएस महानगर कैम्पस के छात्रों की मनमोहक नृत्य प्रस्तुति ‘गंगा अब कुछ माँग रही है’ को प्रथम पुरस्कार, राजेन्द्र नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रस्तुति ‘तिरंगा हमारी शान’ ड्रिल, कानपुर रोड कैम्पस की प्रस्तुति ‘बैग/पाइप बैण्ड’, अलीगंज (प्रथम कैम्पस) के बालकों की परेड एवं गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की बालिकाओं की परेड एवं पाइप बैण्ड प्रस्तुति को तृतीय पुरस्कार ने सम्मानित किया गया.
‘‘बीटिंग द रिट्रीट’’ के बाद एक अनौपचारिक वार्ता में सीएमएस संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि महात्मा गाँधी की 150वीं जयन्ती के उपलक्ष्य में सिटी मान्टेसरी स्कूल की झाँकी का एकमात्र उद्देश्य यही है कि सम्पूर्ण मानव जाति के हृदय में प्रेम व एकता की भावना को जगाकर पृथ्वी पर आध्यात्मिक सभ्यता की स्थापना की जाये. यह झाँकी भारत के साथ ही विश्व के सभी बच्चों को बचपन से ही महात्मा गाँधी के महान विचारों एवं आदर्शों पर चलकर सारे विश्व में एकता व शान्ति स्थापना के लिए प्रेरित करती है.