कुम्भ नगर (प्रयागराज ) : कुम्भ मेले में द्वारिकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के सानिध्य में तीन दिवसीय धर्म संसद सोमवार से शुरु हो रही है। वहीं विश्व हिन्दू परिषद द्वारा आयोजित धर्म संसद 31 जनवरी और एक फरवरी को है। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती की धर्म संसद में पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती के अलावा करीब 150 देशों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की बात कही जा रही है। इसमें देश के सभी संसदीय क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है। स्वामी स्वरुपानंद की धर्म संसद मेला क्षेत्र के सेक्टर नौ स्थित गंगा सेवा अभियान के शिविर में आयोजित है। शिविर के प्रभारी ब्रह्मचारी श्रीधरानंद के अनुसार चार फरवरी को मौनी अमावस्या स्नान के बाद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि-पूजन करने अयोध्या जाएंगे। भूमि-पूजन की तारीख इस तीन दिवसीय धर्म संसद में ही तय होगी। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समेत अन्य मुददों पर कुम्भ में आयोजित हो रहे दो धर्म संसद को लेकर मेला क्षेत्र में चर्चा का माहौल गरम है।