हल्द्वानी गोरपड़ाव में कुछ समय पूर्व हुए दिल दहला देने वाले पूनम हत्याकांड की जांच अब सीबीआई करेगी।
मामले में तीन लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए सीबीआई सीएफसएल की टीम रुद्रपुर फोरेंसिक लैब पहुंची है। यहां टीम के प्रधान वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. एके सिंह मृतका पूनम की बेटी अर्षा के साथ ही दो अन्य लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट करेगी।
बता दें कि मामले में बदमाशों ने पूनम की हत्या करने करने के साथ अर्षा को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। लेब निदेशक डॉ. दयाल शरण ने बताया कि टीम 31 जनवरी तक रुद्रपुर में रहकर पॉलीग्राफ टेस्ट लेगी।
एक लाख 20 हजार मोबाइल नंबरों की छानबीन का दावा
27 अगस्त 2018 की रात लूटपाट के दौरान बदमाशों ने पूनम पांडेय की धारदार हथियाराें से हत्या कर दी थी, इस हमले में उनकी बेटी अर्शी भी गंभीर रुप से घायल हो गई थी। हत्याकांड के अगले दिन ही पुलिस ने जल्द खुलासे का दावा तो ठोंक दिया था, लेकिन समय के साथ उसकी पोल खुलती चली गई। एसटीएफ और एसआईटी दर्जनों भर लोगों से पूछताछ करने के बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी।
शक के दायरे में मृतका पूनम पांडेय के करीबी भी शामिल थे। पुलिस को जिन लोगों पर शक है, उनकी संख्या पांच से छह बताई जा रही थी। पुलिस को कातिलों से संबंधित कोई सबूत नहीं मिला। छानबीन में पुलिस ने करीब एक लाख 20 हजार मोबाइल नंबरों की छानबीन का दावा किया। करीब 52 संदिग्ध नंबर सर्विलांस पर लगाए गए। खुलासे के लिए पुलिस की 18 टीमें लगाई गईं। 72 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। पुलिस ने करीब 70 युवक और युवतियों से पूछताछ की। लेकिन फिर भी इस मामले में पुलिस के हाथ खाली रहे।