कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को संसदीय क्षेत्र अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर थे. दौरे के पहले दिन उन्होंने ताबड़तोड़ सभाएं की, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी उनके निशाने पर रहे. वैसे राहुल के विरोध में प्रदर्शन भी हुए. लखनऊ से सड़क मार्ग से यहां पहुंचे राहुल ने नहर कोठी स्थित शहीद स्मारक स्थल पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की. फिर उत्सव लीला लान फुरसतगंज में तिलोई विधानसभा के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक की.
परैया नमकसार गांव का भ्रमण किया और फिर गौरीगंज कलेक्ट्रेट में अधिवक्ता संघ के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल हुए. राहुल मुसाफिरखाना के धरौली गांव में पूर्व ब्लाक प्रमुख के घर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे और सुल्तानपुर के हलियापुर में भी गए. कलेक्ट्रेट में उनका बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने का कार्यक्रम तय था, लेकिन किसान यूनियन के कार्यकर्ता विरोध करने के लिए जुट गए.
भारतीय जनता किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सूर्यनरायण त्रिपाठी व महेश सिंह के नेतृत्व में काफी संख्या में कार्यकर्ता गौरीगंज के हनुमान तिराहे के पास एकत्र हुए. जहां बैरीकेटिंग लगाकर पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया. लेकिन कार्यकर्ताओं ने बैरीकेटिंग तोड़ते हुए तिराहे की तरफ बढ़ने का प्रयास किया जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया.
पुलिस के लाठीचार्ज में किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष सहित कई लोगों को चोटें आई हैं. मामले की सूचना पर एसडीएम गौरीगंज अमित कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए. उनके पहुंचते ही भाजपाइयों ने एसडीएम व पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर रोड जाम कर दिया. जिससे रोड पर काफी लंबा जाम लग गया. पुलिस ने रूट डायवर्ट कर वाहनों को दूसरे रास्ते से निकाला. एसडीएम ने लाठीचार्ज से इनकार करते हुए कहा कि पुलिस ने राहुल गांधी के आने के रास्ते की तरफ बढ़ती भीड़ को रोकने का प्रयास किया था.