खाकी का इकबाल खत्म, बेखौफ हुए अपराधी
सीतापुर : पुलिस अधीक्षक एलआर कुमार का टेरर जिले में समाप्त होने की कगार पर पहुंच गया है। शहर में प्रतिदिन अराजक तत्वों के द्वारा खुलेआम सनसनी फैलाने के लिये की जा रही फायरिंग से जहां आम जनमानस में दहशत घर कर गई है, वही एक मान्यता प्राप्त पत्रकार के ऊपर देर शाम किये गये जान लेवा हमले के बाद खाकी का इकबाल जमीदोज होता दिखाई दिया है। जबकि पूरे जिले में शातिर अपराधी खाकी के हनक और धमक को नेस्तनाबूंद कर खुलेआम बल्ले-बल्ले कर रहे है। मालूम हो कि जिले के मान्यता प्राप्त पत्रकार अशोक यादव सोमवार को देर शाम शहर के मेडीसिटी अस्पताल अपना चेकअप कराने के लिये गये थे। बकौल अशोक यादव, अस्पताल में पहले से बैठे डीके शास्त्री नामक व्यक्ति के द्वारा कोई बात करने के लिये अस्पताल परिसर से बाहर बुला लाया।
पीड़ित अशोक यादव के अनुसार डीके शास्त्री ने कुछ साथियों की मदद लेकर असलहा लगाते हुये उन्हें जबरन आरएमपी स्कूल के सामने आर्मी फार्म पर ले गया, जहां पर पहले से मौजूद आधा दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों ने मुझे देखते ही अपशब्दों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। पीड़ित पत्रकार ने जब इसका विरोध किया तो डीके शास्त्री ने नाजायज असलहे को सीने से लगाकर मौत के घाट उतार देने की धमकी देने लगा। इसी बीच हुई धक्का मुक्की के दौरान डीके शास्त्री ने पीड़ित पत्रकार के ऊपर जानलेवा फायर कर दिया। पत्रकार अशोक यादव के अनुसार वह बाल-बाल बच गये। गोली की आवाज सुनकर पीड़ित पत्रकार अशोक यादव मौके पर ही दहशत के चलते बेहोश हो गये।
इसी बीच डीके शास्त्री समेत उसके सभी साथी मौके से फरार हो गये। होश आने पर पीड़ित ने अपने साथी पत्रकार नादिर को बुलाया, जिसके बाद पुलिस को देर रात्रि नामजद तहरीर दी गई है। पुलिस ने मामले की गम्भीरता को नजर अन्दाज करते हुये जान लेवा हमले की एफआईआर के बजाय मामूली धाराओं में अभियोग दर्ज कर अपने कर्तव्यों से इतिश्री कर ली। दूसरी तरफ जिले के पत्रकारों में पुलिस की गैर जिम्मेदाराना कार्यवाही से रोष व्याप्त है। वही यूपी जर्नलिस्ट एसोशिएसन के जिलाध्यक्ष महेन्द्र अग्रवाल ने कहा है कि पुलिस को पूरी पारदर्शिता अपनानी चाहिए और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए, जिससे पत्रकारों में व्याप्त असुरक्षा की भावना दूर हो सके। इस सम्बन्ध में जब पुलिस अधीक्षक एलआर कुमार से वार्ता की गई तो उन्होने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।