वेनेजुएला में सुरक्षा बलों ने मंगलवार को नेशनल गार्ड कमांड के सैनिकों के विद्रोह को काबू कर लिया है. वहीं उच्चतम न्यायालय ने विपक्ष नियंत्रित कांग्रेस के नए बागी नेतृत्व को गैरकानूनी करार दिया है. सोशलिस्ट पार्टी के प्रमुख दियोसदादो काबेल्लो ने बताया कि 27 सैनिकों को गिरफ्तार किया गया है. जांच आगे बढ़ने पर और लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है. आपको बता दें कि सैनिकों के एक समूह ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के खिलाफ सोमवार को कराकस के निकट एक कमांड चौकी में विद्रोह कर दिया था. उन्होंने एक वीडियो में लोगों से मादुरो के शासन के विरोध के लिए समर्थन की अपील की है.
इस विद्रोह के कारण वेनेजुएला के राष्ट्रपति के आवास से कुछ ही मील दूर विरोध प्रदर्शन हुए. लोगों ने एक अवरोधक में आग लगा दी और मादुरो के सत्ता छोड़ने की मांग की. प्रदर्शनकारियों को आंसू गैस का इस्तेमाल कर तितर-बितर किया गया. सेना ने एक बयान में कहा कि उसने सभी हथियार बरामद कर लिए हैं और विद्रोह में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. विद्रोह को काबू किए जाने के कुछ घंटे पहले ही नेशनल गार्ड के सैनिकों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा था कि वे मादुरो की सरकार को मान्यता नहीं देते.
अपने नए कार्यकाल की शुरुआत से ही मादुरो पर घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहा है. विपक्ष के नियंत्रण वाली कांग्रेस और कई देश उनके दूसरे कार्यकाल को अवैध मानते हैं. इस बीच शीर्ष अदालत ने कहा कि वह राष्ट्रपति के रूप में मादुरो के पदभार ग्रहण करने को अवैध ठहराने वाली नेशनल असेम्बली के हालिया कदमों को गैर कानूनी करार देती है. इसके साथ ही कांग्रेस के साथ उसका गतिरोध और बढ़ गया.
न्यायाधीशों ने कहा कि कांग्रेस का नया नेतृत्व अवैध है. उन्होंने देश के मुख्य अभियोजक को यह जांच करने को कहा कि क्या कांग्रेस के नेताओं ने देश के संविधान का उल्लंघन कर आपराधिक काम किया है या नहीं. न्यायालय की चेतावनी के बावजूद कांग्रेस के अध्यक्ष जुआन गुएदो ने लोगों से मादुरो के विरोध में बुधवार को सड़कों पर उतरने की अपील की