सरकार ने नीरव मोदी बैंक घोटाले में घिरे पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के दो एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर्स को बैंक के कामकाज पर पूरी निगरानी न रख पाने और उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी में असफल होने के कारण नौकरी से निकाल दिया है. वित्त मंत्रालय की एक अधिसूचना के अनुसार दोनों एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर्स केवी ब्रह्माजी राव और संजीव शरण को 18 जनवरी को बर्खास्त किया गया.
स्विफ्ट में हुए फेल
आरोप है कि ये अधिकारी स्विफ्ट (सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन) को बैंक के कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (CBS) से जोड़ने की भारतीय रिजर्व बैंक की सलाह को मानने में फेल रहे. दोनों सिस्सटम को जोड़ने का ये सर्कुलर 2016 में जारी किया गया था. कुछ बैंकों ने इस निर्देश का क्रियान्वयन किया था जबकि PNB सहित कुछ अन्य बैंक ऐसा करने में विफल रहे थे.
और भी नौकरियां गईं
पिछले साल अगस्त में सरकार ने इलाहाबाद बैंक की उषा अनंतसुब्रमण्यम को देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले में बर्खास्त कर दिया था. हीरा कारोबारी नीरव मोदी इस घोटाले का सूत्रधार है. इलाहाबाद बैंक में जाने से पहले उषा PNB की प्रबंध निदेशक और CEO थीं. नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने कथित रूप से धोखाधड़ी से हासिल गारंटी पत्रों के जरिए पीएनबी को 14,000 करोड़ रुपये का चूना लगाया था.