आज पूरे देश की नज़र नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय पर है. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शाम करीब 6.30 बजे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तृतीय वर्ष ओटीसी (ऑफिसर्स ट्रेनिंग कैंप) के भावी स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे. इस दौरान करीब 700 स्वयंसेवक वहां पर मौजूद रहेंगे. पूर्व राष्ट्रपति यहां करीब 20 मिनट तक अपना संबोधन देंगे. इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे.
नागपुर में आज प्रणब मुखर्जी का पूरा कार्यक्रम…
# शाम 5.30 बजे – नागपुर के रेशमिबाग संघ मुख्यालय में आगमन
# मोहन भागवत करेंगे प्रणब मुखर्जी का स्वागत
# 15 मिनट तक मोहन भागवत, भैयाजी जोशी के साथ चाय पर चर्चा
# संघ के प्रमुख पदाधिकारियों संग प्रणब मुखर्जी का परिचय
# संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार के स्मृति स्थल पर पुष्प अर्जित
# शाम 6.15 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे
# स्वयंसेवकों को प्रातेकशीत
# महानगर संघ चालक का प्रस्तावित भाषण
# शाम 6.35 बजे प्रणब मुखर्जी का भाषण, करीब 20 मिनट का होगा भाषण
# आखिर में मोहन भागवत का भाषण
गौरतलब है कि पूरे देश की इस बात पर नज़र है कि आखिर प्रणब मुखर्जी नागपुर में क्या बोलेंगे, अभी तक जिस तरह कांग्रेस संघ की विचारधारा और नीति का हमेशा विरोध करता रहा है ऐसे में उसका ही एक बड़ा नेता संघ के कार्यक्रम का मुख्य अतिथि बन रहा है. कांग्रेस भी करीबी से प्रणब दा के भाषण पर नज़र बनाएगी.
जब से प्रणब मुखर्जी ने RSS का निमंत्रण स्वीकार किया है, तभी से इसपर बवाल मचा हुआ है. पूर्व राष्ट्रपति की बेटी समेत कई कांग्रेस दिग्गजों ने ही इस एक्शन का विरोध किया, तो वहीं संघ और बीजेपी ने लगातार इसका बचाव किया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तृतीय वर्ष संघ शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत मुख्य वक्ता होंगे.
बेटी की पिता को नसीहत
पिता प्रणब मुखर्जी के आरएसएस कार्यक्रम में शामिल होने से उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी नाखुश हैं. उन्होंने प्रणब मुखर्जी को नसीहत दी है. शर्मिष्ठा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उम्मीद है आज कि घटना के बाद प्रणब मुखर्जी इस बात को मानेंगे कि बीजेपी किस हद तक गंदा खेल सकती है.
उन्होंने लिखा कि यहां तक कि आरएसएस भी इस बात पर विश्वास नहीं करेगा कि आप अपने भाषण में उनके विचारों का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा कि भाषण तो भुला दिया जाएगा, लेकिन तस्वीरें बनी रहेंगी और उनको नकली बयानों के साथ प्रसारित किया जाएगा.
इस इवेंट का क्या मकसद?
गौरतलब है कि गर्मियों के दौरान आरएसएस पूरे देश में अपने स्वयंसेवकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है. तृतीय वर्ष का अंतिम प्रशिक्षण शिविर संघ के मुख्यालय नागपुर में आयोजित किया जाता है. अक्सर तृतीय वर्ष प्रशिक्षण हासिल करने के बाद ही किसी स्वयंसेवक को आरएसएस का प्रचारक बनने के योग्य माना जाता है.