लखनऊ : हज यात्रा पर जाने के लिए आजमीनों को दो लाख या उससे अधिक रकम अदा करनी होती है। आजमीनों की जेब पर बोझ न पड़े, इसके लिए सेंट्रल हज कमेटी ने चयनित हजारों आवेदकों को तीन किस्तों में रकम जमा करने की सहूलियत दी है। 81 हजार रुपये की पहली किस्त पांच फरवरी तक कमेटी के बैंक खाते में जाम करनी होगी। हज कमेटी ऑफ इंडिया मुंबई के नए निर्देश के मुताबिक उप्र से चयनित 30,237 आवेदक 18 जनवरी से हज यात्रा की पहली किस्त जमा कर सकते हैं।
कमेटी की वेबसाइट \\Rwww.hajcommittee.gov.in से हरे रंग की पे-इन स्लिप डाउनलोड कर आजमीन को अपना बैंक रेफरेंस नंबर दर्ज करना होगा। फिर हज कमेटी के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाता संख्या-\R32175020010 (free type25) एवं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के खाता संख्या-\R318702010406009 में जमा करनी होगी। यह रकम कमेटी की वेबसाइट पर ऑनलाइन भी जमा की जा सकती है। साथ ही चयनित आवेदकों को पे-इन स्लिप के साथ मूल पासपोर्ट, एक फोटो, चेस्ट एक्सरे रिपोर्ट, ब्लड रिपोर्ट, मेडिकल स्क्रीनिंग एंड फिटनेस सर्टिफिकेट (जो की वेब साइट से डाउनलोड कर) किसी रजिस्टर्ड चिकित्सक/सरकारी चिकित्सक से प्रमाणित कराकर जमा करना होगा।
इस संबंध में स्टेट हज कमेटी के सचिव विनीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हज यात्रा की पहली किस्त जमा करने की अंतिम तिथि पांच फरवरी है। जबकि, दूसरी किस्त के तौर पर 1.20 लाख रुपये 20 मार्च तक जमा करने होंगे। पहली व दूसरी किस्त एक साथ भी जमा की जा सकती है। जबकि, तीसरी किस्त हवाई जहाज का किराया सहित अन्य खर्च तय होने के बाद मई व जून में जमा करनी होगी। इसकी सूचना आजमीनों को पहले दे दी जाएगी। निर्धारित तिथि तक हज यात्रा की रकम व प्रपत्र जमा न होने पर चयनित आवेदक की हज यात्रा निरस्त कर प्रतीक्षा सूची के आवेदकों को मौका दिया जाएगा।