प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए पाकिस्तान से कोई रजिस्ट्रेशन नहीं : सुषमा
लखनऊ : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि सीमा पर गोलियों की बौछार के बीच पाकिस्तान से कैसे बातचीत हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आगामी 21 जनवरी से आयोजित तीन दिवसीय 15वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारियों के सिलसिले में यहां आईं श्रीमती स्वराज ने बुधवार को कहा कि अब तक 5802 प्रवासी भारतीयों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है और तैयारियां अन्तिम दौर में हैं। एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान से कोई रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। सीमा पर लगातार गोलीबारी हो रही है, ऐसे माहौल में बातचीत कैसे हो सकती है। उनका कहना था कि पाकिस्तान से आतंकवाद को समर्थन बन्द करने पर ही दोनों देशों के रिश्ते अच्छे हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का रवैया बदलने पर ही बातचीत शुरू होगी। गोली और बातचीत साथ-साथ नहीं हो सकती। श्रीमती स्वराज ने बताया कि तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम का पहला दिन युवाओं के लिये होगा जबकि दूसरे दिन कार्यक्रम का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे। तीसरे और अन्तिम दिन सम्मेलन के समापन समारोह में मुख्य अतिथि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद होंगे। विदेशों में रहकर भारत की उन्नति के लिये बेहतरीन काम कर रहे 30 प्रवासियों को राष्ट्रपति सम्मानित करेंगे। सम्मेलन के मुख्य अतिथि मारीशस के प्रधानमंत्री प्रवीण जगन्नाथ होंगे जबकि नार्वे के सांसद हिमांशु गुलाटी और न्यूजीलैंड के सांसद चरणजीत सिंह बख्शी खासतौर पर आमंत्रित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रवासी सम्मेलन में आने वाले अतिथियों को प्रयागराज में चल रहे कुम्भ और नई दिल्ली में 26 जनवरी को आयोजित गणतन्त्र परेड भी दिखाई जाएगी।
इस अवसर पर मौजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सम्मेलन में आने वाले प्रवासियों को होटल, कॉटेज के साथ ही काशी में रहने वालों के यहां भी ठहराया जायेगा। काशी वासियों ने आग्रह किया था कि उनके घरों में भी मेहमानों कों ठहराया जाये। उन्होंने कहा कि ऐसे ही एक सम्मेलन में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था कि प्रवासियों को रुपयों के लिये नहीं बल्कि उनके अनुभवों को साझा करने के लिये आमंत्रित किया जाता है। श्री योगी ने कहा कि इसी सम्मेलन के दौरान ही उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले प्रवासियों का सम्मेलन 21 जनवरी को आयोजित होगा। इसके लिये 1000 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। प्रवासी सम्मेलन में राज्य सरकार संस्कृति ग्राम कार्यक्रम आयोजित करेगी जिसमें भारतीय परंपरा से जुड़े आयोजन होंगे। उन्होंने बताया कि प्रवासी सम्मेलन के प्रचार-प्रसार के लिये वाराणसी में गंगा जी में नौका दौड़ हुई। नौकाओं में सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों के झंडे भी लगाये गये थे।