सेना दिवस आज : देश ने किया सैनिकों के साहस-पराक्रम को नमन
नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित तमाम लोगों ने मंगलवार को 71वें सेना दिवस के मौके पर देश की सुरक्षा में शहीद वीर सैनिकों के साहस एवं पराक्रम को याद किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने संदेश में कहा कि सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के सभी फौजी भाई-बहनों, युद्धवीरों और उनके परिवारों को बधाई। आप हमारे राष्ट्र के गौरव हैं और हमारी आजादी के रखवाले। सभी भारतवासी चैन की नींद सो सकते हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि आप हमेशा चौकन्ने और सतर्क रहते हैं। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा ‘सेना दिवस के अवसर पर हमारी सेना के वीर अधिकारियों, सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के शौर्य और निष्ठा को प्रणाम करता हूं। युद्ध और शांति में आपके अदम्य साहस और शौर्य के लिए कृतज्ञ देश आपका सम्मान करता है।’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा ‘सेना दिवस के अवसर पर हमारे जवानों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। हम सभी देशवासियों को अपने सैनिकों के दृढ़ संकल्प एवं समर्पण पर गर्व है। मैं उनके अदम्य साहस एवं वीरता को प्रणाम करता हूं।’ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सभी सेना के जवानों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को सेना दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना अपने असाधारण साहस, बहादुरी और व्यावसायिकता के उच्चतम मानकों के लिए दुनियाभर में जानी जाती है। भारतीय सेना हमेशा हमारे राष्ट्र का गौरव बनी रहेगी। उल्लेखनीय है कि थल सेना दिवस भारत में हर वर्ष 15 जनवरी को लेफ्टीनेन्ट जनरल (बाद में फील्ड मार्सल) के. एम. करियप्पा के भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 1949 में फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी। करियप्पा भारतीय सेना के प्रथम कमांडर इन चीफ थे।