बुलंदशहर हिंसा के मामले में जिला प्रशासन ने जेल में बंद तीन आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगा दी है. जानकारी के मुताबिक, अजहर, नदीम उर्फ नदीमुद्दीन और महबूब अली के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि ये तीनों आरोपी स्याना अपने साथियों के साथ गोकशी में संलिप्त पाए गए हैं.
आरोप है कि इन्होंने गांव महाब और नयाबांस में इन लोगों के इस कृत्य से लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची. जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि ऐसी संभावना है कि ये आरोपी जेल से छूटने के बाद साक्ष्यों से छेड़छाड़ कर सकते हैं. इसलिए तीनों आरोपियों को एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) में निरुद्ध किया गया है.
गौरतलब है कि पिछले महीने हुई भीड़ हिंसा की इस घटना में स्थानीय इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और एक युवक की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस मामले में 27 को नामजद व 50 से 60 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया अब तक कुल 35 आरोपी जेल जा चुके हैं.
आपको बता दें कि बुलंदशहर में गोकशी के शक में फैली हिंसा मामले में यूपी पुलिस ने आरोपी शिखर अग्रवाल, योगेश राज और प्रशांत नट को पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया है.