‘पत्रकारिता के नये आयाम और चुनौतियाॅ’ पर संगोष्ठी
बनारस में जुटे प्रदेशभर से उपजा के प्रतिनिधि
वाराणसी : समाज में बहुत से लोग बोल नहीं पाते है, लिख नहीं पाते है अपनी बात अच्छे ढग से कह नही पाते है। ऐसे लोगों के शब्द और आवाज अपने लेखनी में ढालने वाले पत्राकार होते है। सच को शब्द दे देने की कला का नाम पत्रकारिता है। पत्रकारों के कंधे पर समाज और राष्ट्र की महती जिम्मेदारी है। निष्पक्षता और निडरता पत्राकारिता का मूल मंत्र है। उपरोक्त बाते नेशनल यूनियन आफ जर्नलिट्स (इण्डिया) से सम्बद्व उत्तर प्रदेश जर्नलिट्स एसोसिएशन ( उपजा) द्वारा आयोजित संगोष्ठी ‘पत्रकारिता के नये आयाम और चुनौतियाॅ’ विषय पर शनिवार को धर्मसंघ शिक्षा मंडल, दुर्गाकुंड में बोलते हुए वाराणसी की महापौर मृदुला जायसवाल ने कही।
कार्यक्रम का शुभ्भारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन एवं माॅं सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण से हुआ। राष्ट्रीय अघ्यक्ष अशोक मलिक,एन.यू.जे ( आई ) ने वार्षिक कार्ययोजना एवं प्रदेश सरकार से अपनी माॅगों की विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर राम नरेश ने अपनी कविता सग्रह की पुस्तक महापौर को समर्पित की। इस अवसर पर वाराणसी की उपजा ईकाई द्वारा महापौर को स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया।विषय पर बोलते हुए प्रदीप शर्मा,राजीव शुक्ला,देवेन्द्र सिन्हा,सचिन भारद्वाज, राजकुमार शर्मा,मारकंडे सिंह आदि वक्ताओं ने अपनी बात रखी। अतिथियों का स्वागत उपजा के प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद कुमार बागी एवं धन्यवाद ज्ञापन सुबोध त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम का संचालन डा. अरविन्द कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर राम प्रकाश ओझा, सुनिता,अनुपम दिक्षित,अम्बुज बाजपेयी सहित पूरे प्रदेश से आये उपजा के जिलाध्यक्ष एवं महामंत्री उपस्थित रहे।