सवर्ण कोटे पर केन्द्र सरकार को सराहा, कहा, इसे एक साल पहले हो जाना चाहिए था
आजमगढ़ : प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के गठबंधन से जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को नहीं घबराने की सलाह दी, वहीं कहा कि अगर सरकार अति पिछड़ा सामाजिक न्याय कमेटी की रिपोर्ट को लागू करें तो उनकी सरकार से कोई विरोध नहीं है। उन्होंने केन्द्र सरकार के सवर्ण आरक्षण के फैसले को सही करार दिया, लेकिन समय को लेकर सरकार पर निशाना भी साधा। आजमगढ़ जिले के अहरौला में शनिवार को महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी और बहुजन समाजवादी पार्टी के हुए गठबंधन पर कहा कि इस तरह का गठबंधन कोई नई चीज नहीं है। विभिन्न प्रान्तों में इस तरह के गठबंधन होते रहते हैं।
उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा की अपनी-अपनी ताकत भी हैं। ये दोनों दल मिले जरूर हैं, लेकिन दोनों दल एक दूसरे के घोर विरोधी भी हैं। इस गठबंधन से राष्टीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को मैं बार-बार समझाने की कवायद में हूं कि उत्तर प्रदेश की 80 पार्लियामेंट सीटों में से हर सीट पर पांच लाख से छह लाख तक अकेले अति पिछड़ा वोट है। पिछड़ों का 27 फीसदी आरक्षण में हम बटवारा चाहते हैं। सरकार अगर अति पिछड़ा सामाजिक न्याय कमेटी की आई रिपोर्ट को लागू कर दे, तो सरकार से उनका कोई लड़ाई या विरोध ही नहीं रहेगा। राजभर ने कहा कि उन्होंने सरकार को 100 दिनों का समय दिया था। इसमें से 12 दिन बीत भी गये हैं। अगर 27 प्रतिशत आरक्षण में सरकार ने बंटवारा नहीं किया तो वे पूरे प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। इसी के तहत वे पूरब से लेकर पश्चिम और उत्तर से लेकर दक्षिण तक का दौरा भी कर रहे हैं। केन्द्र सरकार के सवर्ण आरक्षण को सही ठहराते हुए मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि केन्द्र सरकार का फैसला सही है, लेकिन समय ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को सवर्ण आरक्षण पर फैसला एक साल पहले ले लेना चाहिए था। इस समय चुनावी मौसम की शुरूआत हो गई है तो, लोग इस फैसले को चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं।