लखनऊ : प्रशिक्षण शिविरों का संचालन मानकों के अनुसार हो और अधीनस्थ अधिकारी अपने मंडलों में माह में कम से कम दो बार निरीक्षण जरूर किया करें। यह निर्देश प्रदेश सरकार के खेल व युवा कल्याण मंत्री चेतन चौहान ने खेल विभाग की केडी सिंह बाबू स्टेडियम में हुई मासिक समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने इसी के साथ इस बात के लिए दोबारा ताकीद की कि अधीनस्थ जनपद में निर्मित खेल अवस्थापनाओं में मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था और उनका समुचित उपयोग सुनिष्चित करे।
उन्होंने यह भी कि निर्माण कार्य मानक एवं गुणवत्ता के अनुसार नहीं होने पर जनपद के संबंधित विभागीय अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही होगी। यदि समस्या का समाधान संबंधित जनपद के अधिकारी द्वारा नहीं हो पाता है तो उससे तत्काल उच्च स्तर पर सूचना दे ताकि समय रहते समस्या का निराकरण हो सके। खेल मंत्री ने यह भी कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र में प्रतिभावान एवं उदीयमान खिलाड़ियों का ‘टैलेन्ट सर्च’ कर चिन्हित करते हुए खिलाड़ियों को खेल का माहौल उपलब्ध कराया जाय। इसी के साथ स्टेडियम के अन्दर एवं बाहर किनारे-किनारे हरियाली के लिए छोटे-छोटे पेड़-पौधों को लगाया जाय। इस सम्बन्ध में पौधारोपण के बाद पेड़-पौधों के फोटोग्राफ भी उपलब्ध कराए जायें।
उन्होंने यह भी कहा कि जिस-जिस जिले में तरणताल निर्मित हैं, उनका संचालन आगामी एक अप्रैल से किया जाना है। यदि किसी अधिकारी ने समय से तरणताल का संचालन नहीं किया तो सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि स्टेडियम में आने वाले व्यक्तियों एवं खिलाड़ियों को खेल का पर्याप्त अवसर देने के लिए खेल मैदान को रविवार के दिन भी खोला जाय। इसी के साथ सम्बन्धित आख्या खेल निदेशक को उपलब्ध कराने का भी निर्देेश दिया गया।खेल निदेशक डा.आरपी सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देष दिये कि खेल निदेशालय द्वारा निर्धारित प्रतियोगिताओं का आयोजन समय से कराया जाय।
ऐसा न होने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशिक्षण शिविरों का संचालन मानक के अनुसार किया जाय। जनपद कौशाम्बी में कुश्ती के प्रशिक्षक राज नारायण प्रसाद के शिविर में मानक से कम प्रशिक्षार्थी मिलने पर संबंधित अधिकारी का स्पष्टीकरण भी मांगा गया। वहीं बदायूँ के उप क्रीड़ाधिकारी संतोश कुमार शर्मा के बिना अवकाश स्वीकृति बैठक में अनुपस्थित रहने पर संबंधित अधिकारी से स्पश्टीकरण मांगने का निर्देश दिया गया। वहीं क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी प्रयागराज चंचल मिश्रा द्वारा कौशाम्बी एवं क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी आजमगढ़ श्रीमती मुद्रिका पाठक द्वारा मऊ की निरीक्षण आख्या निर्धारित प्रारुप पर न मिलने पर सम्बन्धित अधिकारियों से स्पश्टीकरण मांगने का निर्देश दिया।