केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर में दो और गुजरात में एक एम्सकी स्थापना करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. एक सरकारी बयान में बताया गया है कि जम्मू में संबा के विजयनगर में 1,661 करोड़ रुपये की लागत से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की स्थापना की जाएगी जबकि कश्मीर में पुलवामा के अवनतीपुरा में 18,28 करोड़ रुपये की लागत से अन्य एम्स बनाया जाएगा.
बयान में बताया गया है कि इसके अलावा, गुजरात के राजकोट में 1,195 करोड़ रुपये की लागत से एम्स बनाया जाएगा. अपना आभार व्यक्त करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि तीन एम्स को मंजूरी मिलना प्रधानमंत्री की दूरदृष्टि को दिखाता है और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना को कायम रखती है. नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री के विकास पैकेज के तहत जम्मू कश्मीर में दो (जम्मू में एक और कश्मीर में एक) एम्स का ऐलान किया गया था जबकि वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में गुजरात में एम्स बनाने की घोषणा की थी.
हर नए एम्स में 100 स्नातक (एमबीबीएस) सीटें तथा 60 बीएससी(नर्सिंग) सीटें जुड़ेंगी
सरकरा ने कहा कि हर नए एम्स में 100 स्नातक (एमबीबीएस) सीटें तथा 60 बीएससी(नर्सिंग) सीटें जुड़ेंगी. प्रत्येक एम्स में 15-20 सुपर स्पेशिएलिटी विभाग होंगे. प्रत्येक एम्स में 750 विस्तर जुड़ेंगे इसमें आपात, अभिघात बिस्तर, आयुष बिस्तर, निजी बिस्तर तथा आईसीयू स्पेशिएलिटी और सुपर स्पेशिएलिटीबिस्तर शामिल होंगे.
प्रत्येक एम्स में प्रतिदिन लगभग 1500 ओपीडी रोगी और वार्डों में प्रत्येक महीने 1000 मरीजोंकी चिकित्सा की जाएगी. प्रत्येक एम्स में एक मेडिकल कॉलेज, एक आयुष ब्लॉक, ऑडोटेरियम, नाईट शेल्टर , अतिथि गृह, छात्रावास तथा आवासीय सुविधाएं होंगी.
सरकार का दावा है कि नए एम्स की स्थापना से चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण में परिवर्तन होगा और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की कमी दूर होगी. नए एम्स की स्थापना से आबादी को सुपरस्पेशिएलिटी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का दोहरा उद्देश्य पूरा होगा.