भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी एवं लोकजनशक्ति पार्टी के नेता राम विलास पासवान ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को दस फीसदी के आरक्षण का विरोध लालू प्रसाद यादव के आरजेडी का जड़ से उखाड़ देगा और पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी .
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पासवान ने दावा किया कि आरक्षण विधेयक का लगातार विरोध करने से बिहार में महागठबंधन विभाजित हो सकता है . दलित नेता ने जोर देकर कहा कि बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए को इसका फायदा पहुंचेगा और यह समाज में सद्भाव का कारण बनेगा .
‘विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या कर रहे हैं’
इसके राजनीतिक महत्व को रेखांकित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने इसकी तुलना एक मछुआरे के जाल में आयी एक बड़ी मछली से की, जिस कारण अन्य मछुआरों में ‘ईर्ष्या’ भाव पैदा हो गया है. उन्होंने कहा,‘इस बड़े राजनीतिक कदम के मामले में विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईर्ष्या कर रहे हैं . उन्हे पता नहीं है कि कैसे प्रतिक्रिया दें . ‘
विधेयक का विरोध करने वाले राष्ट्रीय जनता दल पर हमला करते हुए पासवान ने कहा कि रघुवंश प्रसाद सिंह और जगदानंद सिंह सवर्ण समुदाय से आते हैं और उनके लिए वोट मांगना भी कठिन होगा .’
पासवान ने विधेयक को ऐतिहासिक बताते हुए कहा,‘आगामी लोकसभा चुनाव में आरजेडी अपना खाता भी नही खोल पाएगी . समाज के सभी वर्ग प्रसन्न हैं और अगर लोग खुश हैं तो निश्चित तौर पर इससे एनडीएको फायदा होगा .’ संवैधानिक संशोधन विधेयक संसद में पारित हो चुका है और लगभग सभी राजनीतिक दलों ने उसका समर्थन किया है.