लखनऊ : लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एलएमआरसी) ने बुधवार को राजधानी के चारबाग से मुंशी पुलिया (रेड लाइन) के बीच मेट्रो ट्रेन का ट्रायल शुरू कर दिया है। यह ट्रायल 11 जनवरी तक चलेगा। ट्रायल के दौरान एलएमआरसी के अधिकारी कई प्रकार की टेस्टिंग करेंगे। मेट्रो के प्रवक्ता ने यहां बताया कि एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक केशव कुमार ने बुधवार को पूजा पाठ के बाद लखनऊ के चारबाग से मुंशी पुलिया के बीच ट्रायल शुरू करा दिया। इस दौरान ट्रेन की रफ्तार करीब पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटे रही। नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर में मेट्रो का कॅमर्शियल रन फरवरी से शुरू होना है। इसलिए यह ट्रायल रन शुरू किया गया है। ट्रायल के समय मेट्रो ट्रेन हुसैनगंज, सचिवालय, हजरतगंज, केडी सिंह बाबू स्टेडियम, लखनऊ विश्वविद्यालय, आइटी चौराहा, बादशाह नगर, लेखराज, आरएस मिश्रा नगर, इंदिरा नगर और मुंशी पुलिया पर रूकी। मेट्रो ट्रेन में एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक केशव कुमार, निदेशक रोलिंग स्टॉक महेंद्र कुमार, निदेशक सिविल संजय मिश्रा, निदेशक ऑपरेशन सुशील कुमार सहित कई अधिकारी व मेट्रो कोच निर्माता कंपनी अल्स्ट्रोम के इंजीनियर मेट्रो में सवार रहे। मेट्रो ट्रेन रेड लाइन (नार्थ-साउथ कॉरिडोर) पर पांच से दस किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से एक घंटे के अंदर छह स्टेशन क्रास कर गई। फरवरी में कमर्शियल रन से पहले लखनऊ मेट्रो के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण दिन है।
प्रवक्ता ने बताया कि ट्रायल को लेकर कंट्रोल रूम से पूरे रूट पर नजर बनाए रखने के निर्देश पहले ही दे दिए गए थे। ट्रायल के लिए सभी अफसरों को एक दिन पहले से ही अलर्ट कर दिया गया था। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रकार के डाटा रिकॉर्ड करने के लिए ट्रायल नौ से 11 जनवरी के बीच चलता रहेगा। इस दौरान मेट्रो दिनभर में कई फेरे लगाएगी। बुधवार के ट्रायल कि एलएमआरसी ने ए 15वीं ट्रेन चलाई है। ट्रायल में मेट्रो को दौड़ा रहे ड्राइवर राहुल को 30 हजार किलोमीटर मेट्रो चलाने का अनुभव है। ट्रायल के दौरान कई भूमिगत स्टेशनों व एलीवेटेड रूट पर मेट्रो को रोककर टेस्टिंग की गई। निर्माणाधीन रूट पर पड़ने वाले स्पैन, कर्व पर मेट्रो ट्रेन जाने पर भी जांच की गई। ट्रैक पर लगे सिग्नल से जुड़े हर उपकरण की रिकॉर्डिंग की गई है। इसके पहले गत 28 से 31 दिसम्बर को लखनऊ मेट्रो ट्रेन की गोमती स्पैन और फिर निशातगंज स्थित स्टील स्पैन पर लोड टेस्टिंग हो चुकी है।