लखनऊ : प्रदेश में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में 27 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। रविवार को प्रदेश के 800 केन्द्रों पर हुई परीक्षा में लगभग 21 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। इसका परिणाम 22 जनवरी को आना है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि इस परीक्षा के लिए 4,31,466 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण करवाया था लेकिन केवल 4,10,440 अभ्यर्थी ही शामिल हुए। परीक्षा के दौरान सॉल्वर भी पकड़े गये। प्रदेश भर में 27 अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। इनमें सबसे ज्यादा नकलची लखनऊ में पकड़े गये।
लखनऊ के नेशनल डिग्री कॉलेज में 3 परीक्षार्थियों के लिए 5 अध्यापक व 1 कॉलेज का कर्मचारी सॉल्वर के तौर पकड़े गये। परीक्षा नियामक प्राधिकारी के आंकड़ों के मुताबिक लखनऊ में 9, प्रयागराज में 5, कानपुर में 2, मिर्जापुर में 1, आजमगढ़ में 2, अयोध्या में 1, मुरादाबाद में 4 और अलीगढ़ में 3 मामलों में एफआरई दर्ज करवाई गई है। इनमें लखनऊ, प्रयागराज और आजमगढ़ में सॉल्वर भी पकड़े गये हैं। जिन अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर की गई है यदि उन पर न्यायालय से आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो वे अभ्यर्थी फिर कभी शिक्षक भर्ती में शामिल नहीं हो पाएंगे। उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा। शासनादेश के मुताबिक परीक्षा की उत्तरमाला 8 जनवरी को जारी की जाएगी और इस पर 11 जनवरी तक आपत्तियां ली जाएंगी। आपत्तियों के निराकरण के बाद 19 जनवरी को संशोधित उत्तरमाला जारी की जाएगी। लिखित परीक्षा का परिणाम 22 जनवरी तक आएगा।