शनिश्चरा मंदिर के पास जयराम बाबा मंदिर से चोरों ने दसवीं शताब्दी की कृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति चुरा ली। अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में इस मूर्ति की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। चोरी के बाद मौके पर डॉग स्कॉड के साथ एएसपी पहुंचे हुए हैं और पड़ताल की जा रही है, ताकि चोरों का पता लगाया जा सके। इस सिलसिले में पुलिस ने मंदिर के आस-पास के इलाके की भी सघन जांच की। हर उस रास्ते को देखा, जहां से मंदिर की तरफ पहुंचा जा सकता है।
मंदिर के महंत ने पुलिस को बताया कि, रात में चार लोग मंदिर के पास दिखाई दिए थे। उन्हें टोका था। लेकिन फिर सो गया। सुबह जब नींद खुली तो मंदिर में लगी राधा-कृष्ण की अष्टधातु की मूर्ति में से कृष्ण की प्रतिमा गायब थी। इसके बाद पुलिस को चोरी की जानकारी दी। मंदिर के पुजारी के मुताबिक भगवान कृष्ण की अष्टधातु की जो मूर्ति चोरी हुई है। उसके माथे पर एक हीरा भी जड़ा था। ऐसे में उन्हें शक है कि हीरे को चुराने के चक्कर में ही चोरों ने इसे चोरी किया है।
ये कोई पहला मौका नहीं है, जब इलाके से पुरातत्व महत्व की मूर्ति चोरी हुई है। इससे पहले भी इस तरह की मूर्तियां चोरी हुई हैं। इस मंदिर की स्थापना बाबा रतनदास ने की थी। उन्होंने सालों तक यहीं पत्थरों पर बैठकर तपस्या की थी।