आखिरकार लंबे इंतजार के बाद सरोवर नगर नैनीताल में सीजन का पहला हिमपात हुआ। बर्फबारी से पर्यटकों और व्यवसायियों के चेहरे भी खिल गए हैं। इसके अलावा मसूरी के पास धनोल्टी और सुरकंडा के साथ ही चकराता में भी दोपहर बाद बर्फबारी हुई। बारिश के बाद मसूरी में भी हिमपात के आसार बन रहे हैं। दूसरी ओर बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रुक-रुक कर हिमपात होता रहा। उत्तरकाशी में गंगा और यमुना घाटी के क्षेत्र बर्फ से पट चुके हैं। बर्फबारी से दुश्वारियां बढ़ गई हैं। भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बंद हैं। इससे करीब दो दर्जन गांवों की आवाजाही ठप हो गई है। प्रशासन ने मार्ग खोलने के निर्देश दिए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार कुमाऊं के कुछ इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है। बाकी जगह मौसम साफ रहने की उम्मीद है। प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में घने बादल छाए रहे। न्यूनतम तापमान में हालांकि वृद्धि हुई है, लेकिन सर्द हवा कंपकंपी छुड़ा रही है।
नैनीताल में दोपहर बाद एकाएक मौसम ने करवट बदली और निचले इलाकों में बूंदाबादी होने लगी। वहीं हिमालय दर्शन, किलबरी, स्नाव्यू जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है। हिमालय दर्शन को किलबरी पहुंचे पर्यटकों ने जमकर बर्फबारी का लुत्फ उठाया। मसूरी में भी रविवार तड़के बर्फ की हल्की फुहारें पड़ीं, हालांकि बर्फ टिक नहीं पाई, दोपहर बाद यहां बारिश शुरू हो गई थी।
धनोल्टी और सुरकंडा में बर्फबारी की सूचना पर खासी संख्या में सैलानियों ने वहां का रुख किया। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में जबरदस्त हिमपात का दौर जारी रहा। केदारनाथ में करीब दो फीट बर्फ जमा है। इससे दूसरे दिन भी पुनर्निर्माण कार्य प्रभावित रहे। करीब चार सौ श्रमिक पूरे दिन अपने टेंट में ही दुबके रहे। चमोली के औली में भी पर्यटकों ने बर्फबारी का लुत्फ लिया।
वहीं, पौड़ी और रुद्रप्रयाग में बारिश के चलते लोग घरों में ही कैद रहे। उत्तरकाशी के हर्षिल में हिमपात के समाचार हैं। देहरादून, हरिद्वार और रुड़की में भी बूंदाबांदी से सर्दी बढ़ गई है। दूसरी ओर कुमाऊं की ऊंची चोटियां पर भी रविवार को दिनभर हिमपात होता रहा।
बारिश और हिमपात ने बढ़ाई ठिठुरन, लुढ़का पारा
प्रदेश कड़ाके की ठंड व शीतलहर की चपेट में रहा। दून के कई इलाकों में हल्की बारिश व मसूरी में बर्फ के फाहे गिरने से समूचे क्षेत्र में सर्द हवाओं का प्रकोप रहा। पिछले 24 घंटे में देहरादून के अधिकतम तापमान में 2.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। जबकि मसूरी के अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की कमी आई। रविवार को सुबह से दून समेत ज्यादातर इलाकों में घने बादल छाए रहे। न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि रही, लेकिन सर्द हवा कंपकंपी छुड़ाती रही।
मूसरी के आसपास की पहाड़ियों सहित धनोल्टी, सुरकंडा और बुरांशखंडा में दोपहर बाद इस सीजन का पहला हिमपात हुआ। जबकि नागटिब्बा में दूसरी बार हल्की बर्फबारी हुई। मसूरी में दिनभर में तीन से चार बार बर्फ के फाहे गिरने के साथ बारिश भी हुई। शनिवार पूरी रात आसमान में बादल छाए रहे और रविवार तड़के तीन से चार बजे के बीच में हल्की बर्फ पड़ी, हालांकि दिन में हुई बारिश के कारण बर्फ टिक नहीं सकी।
पूरे दिन ठंडी हवाओं से आमजन हलकान रहे। दोपहर बाद पूरी मसूरी बादलों से ढक गई। शाम लगभग छह बजे एक बार फिर से हल्की बर्फ पड़ने लगी। इसके बाद हल्की बारिश होने से बर्फ पिघल भी गई। सुबह से ही हिमपात की आस लिए सैकड़ों पर्यटक मसूरी आने शुरू हो गए थे। समीपवर्ती यमुना और अगलाड़ घाटी में भी हल्की बारिश हुई। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आने वाले 24 घंटे में देहरादून का मौसम साफ रहने के आसार हैं। अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 20 व पांच डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।