नई दिल्ली : भारतीय मजदूर संघ की यूनियन (नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स) आठ और नौ जनवरी को ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) द्वारा प्रस्तावित बैंक हड़ताल में हिस्सा नहीं लेगी। रविवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति में नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स (एनओबीडब्ल्यू) के उपाध्यक्ष अश्वनी राणा ने एआईबीईए द्वारा आयोजित हड़ताल को राजनीतिक करार दिया। उन्होंने कहा कि इस हड़ताल का बैंक कर्मचारियों के मुद्दों से कोई वास्ता नहीं है। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) की नौ बैंक यूनियन में से केवल दो यूनियन इस हड़ताल में हिस्सा ले रही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यूएफबीयू पहले ही बैंक कर्मचारियों के मुद्दों सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय और बैंक कर्मचारियों के वेतन समझौते को जल्दी लागू करने को लेकर साल 2018 में दो बार हड़ताल कर चुका है। प्रस्तावित हड़ताल एक राजनीतिक हड़ताल होने के कारण यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के बाकी के सात यूनियंस इसमें हिस्सा नही लेंगी। उल्लेखनीय है कि नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) का औद्योगिक महासंघ है जबकि ऑल इंडिया बैंक इंप्लाइज एसोसिएशन और बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया वाम समर्थित बैंक यूनियन है।