नई दिल्ली : अभिनेता एवं लेखक आशुतोष राणा ने नसीरुद्दीन शाह के ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ वाले वीडियो पर प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि लोगों को अपनी राय बेहतरीन तरीके से पेश करनी चाहिए। नसीरुद्दीन शाह एक वीडियो में देश में अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे हैं, जिसमें वह कह रहे हैं कि जो लोग भारत में अन्याय के खिलाफ खड़े होते हैं, उनकी आवाज को चुप कराया जा रहा है। इस वीडियो के बाद देश में खासा विवाद मचा था। आशुतोष से यह पूछे जाने पर कि क्या आज के परिवेश में नागरिक कुछ मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं? इस पर उन्होंने कहा, स्वतंत्रता और घबराना दो अलग चीजें हैं। मुझे लगता है कि अभिव्यक्ति की आजादी होनी चाहिए और बोलने से घबराना नहीं चाहिए। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में दो लोगों के बीच विचारों को लेकर मतभेद हो सकते हैं लेकिन यह जरूरी नहीं है कि हम बेढंगे तरीके से खुद को व्यक्त करें।
आशुतोष राणा अपनी फिल्म ‘सिम्बा’ की सफलता के बाद शनिवार को यहां संवाददाताओं से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, मैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रबल समर्थक हूं और सभी को अपनी राय व्यक्त करने का पूरा अधिकार होना चाहिए, लेकिन इस दौरान हमें यह याद रखना चाहिए कि हम एक-दूसरे के दुश्मन नहीं हैं, हमारे बीच सिर्फ विचारों को लेकर मतभेद है। रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित ‘सिम्बा’ बॉक्स ऑफिस पर धुंधाधार कमाई कर रही है। फिल्म ने रिलीज के बाद से लगभग 175 करोड़ रुपये की कमाई की है। बता दें कि बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नसीरुद्दीन शाह पिछले महीने से ही सुर्खियों में हैं। पहले उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बच्चों की फिक्र होती है कि कहीं कोई उनसे हिंदू या मुस्लिम होने के बारे में न पूछ ले। तो वहीं नया साल लगते ही नसीरुद्दीन एक बार फिर से चर्चा में आ गये। दरअसल, एमनेस्टी इंटरनेशनल की ओर से जारी एक वीडियो में शाह भारत में मानवाधिकारों के स्तर पर बयान देते नजर आये। वीडियो में शाह कह रहे हैं कि हमारे देश का संविधान हमें बोलने, सोचने, किसी भी धर्म को मानने और इबादत करने की आजादी देता है लेकिन, अब देश में मजहब के नाम पर नफरतों की दीवार खड़ी की जा रही है, जो लोग इस अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हैं, उन्हें इसकी सजा दी जाती है।