हमीरपुर अवैध खनन के मामले में बड़ी कार्रवाई, तीन घंटे जुटाए सुबूत
लखनऊ : इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने अवैध खनन को लेकर लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, जालौन समेत 12 जगहों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान सीबीआई की एक टीम ने चर्चित आईएएस बी चंद्रकला के लखनऊ के हजरतगंज स्थित आवास में छापेमारी की। करीब तीन घण्टे की छापेमारी में सीबीआई ने अहम दस्तावेज को अपने कब्जे में ले लिया। बी चंद्रकला के आवास पर सीबीआई की छापेमारी के बाद से ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मचा हुआ है।
आईएएस बी चंद्रकला का हरजतगंज के योजना भवन स्थित सफायर अपार्टमेंट में आवास है, जो अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101१ में रहती हैं। शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे सीबीआई की टीम ने सफायर अपार्टमेंट में स्थित बी चंद्रकला के आवास में छापेमारी की, जबकि चंद्रकला इस दौरान अपने आवास में नहीं थीं। सीबीआई की टीम ने आवास में करीब एक बजे तक दस्तावेज खंगाले। करीब तीन घण्टे की छापेमारी के बाद सीबीआई टीम आवास से बाहर निकली। बताया जा रहा है कि इस दौरान सीबीआई आवास से अवैध खनन से संबंधित कई अहम दस्तावेज अपने साथ ले गई। बतातें चलें कि हमीरपुर में हुए अवैध खनन खनन के समय तत्कालीन डीएम बी चंद्रकला थी, जिसके कारण सीबीआई की यह छापेमारी हुई।
50 मौरंग के पटृटे करने का आरोप
अखिलश सरकार में बी चंद्रकला हमीरपुर जिले की जिलाधिकारी थीं। आरोप है कि वर्ष 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग खनन के पटृटे किए गये थे। जबकि उस समय भी ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पटृटों की स्वीकृति मिलती थी। हालांकि ई-टेंडर के बाद भी बी चंद्रकला ने सारे नियमों को ताख पर रखकर मौरंग खनन के पट्टड्ढे कर दिए थे। इन अवैध खनन पट्टों को लेकर स्थानीय लोगों ने बड़ा प्रदर्शन भी किया था। 2015 में इसे लेकर हाइकोर्ट में एक याचिका भी दायर हुई थी जिसके बाद कोर्ट ने हमीरपुर में जारी किए गए सभी पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद कर दिए थे। बताया जा रहा है कि करोड़ों रुपये के अवैध खनन को लेकर सीबीआई ने यह छापेमारी की है।
2008 बैच की हैं आईएएस
बी चंद्रकला इसी वर्ष मई में अपने मूल कॉडर यानी उत्तर प्रदेश लौटी हैं। उनका लखनऊ में योजना भवन के पास सफायर अपार्टमेंट में आवास है। 2008 बैच की आइएएस अफसर बी चंद्रकला लखनऊ में हैवलॉक रोड पर सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नम्बर 101 में रहती हैं। सीबीआई सूत्रों की माने तो छापेमारी के दौरान अवैध खनन से जुड़े कई अहम दस्तावेज सीबीआई को हाथ लगे हैं, जिसे वह अपने कब्जे में ले ली है।
कानपुर-हमीरपुर में खनन घोटाले में छापे
सीबीआइ की टीम ने सुबह आठ बजे एमएलसी रमेश मिश्रा के भाई खनन ठेकेदार दिनेश मिश्रा के किदवई नगर के ब्लाक स्थित घर में छापा मारा। यहां पर करीब पौने तीन घंटे रुकने बाद सीबीआइ टीम वाई ब्लॉक स्थित सपा एमएलसी रमेश मिश्रा के घर में पहुंची। यहां पर एमएलसी नहीं मिले, जबकि घर में जांच के साथ परिजनों से भी पूछताछ की। इसके बाद टीम दोबारा रमेश मिश्रा के घर से निकलकर के ब्लॉक स्थित दिनेश के घर पहुंच गई। यहां पर गहन छानबीन के बाद करीब तीन बजे टीम चली गई। बताया जा रहा है कि सीबीआइ की 13 सदस्यीय टीम खनन कारोबारी दिनेश के घर से एक बैग, दो लिफाफों में दस्तावेज आदि ले गई है। कहा जा रहा है कि टीम में एक सीए भी मौजूद था।
सपा सरकार में अवैध खनन में थे लिप्त
सीबीआई खनन घोटाले मामले में बी चंद्रकला का घर खंगाल के साथ ही हमीरपुर में एमएलसी रमेश मिश्रा और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संजीव दीक्षित के घरों में छापेमारी की है। सीबीआई बंद कमरे में पूछताछ कर रही है। मौरंग व्यवसायी के घरों में अलमारियों के ताले तोडने के साथ सीबीआइ सोफा व बेड को खोलकर तलाशी ली जा रही है। सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम यहां पर कार्यवाही में जुटी है। दोनों ही व्यवसायी सपा सरकार में बडे पैमाने पर अवैध खनन में लिप्त थे।