सरकार बदली तो नर्मदा-क्षिप्रा लिंक का पानी भी बंद कर दिया गया है। नवंबर के बाद से लिंक में पानी नहीं छोड़ा गया है। जबकि दिसंबर में तय शेड्यूल के मुताबिक फिर से पानी छोड़ा जाना था। स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट के क्षेत्र के 129 गांव सीधे तौर पर इससे प्रभावित हो रहे हैं। 5 जनवरी को शनैश्चरी अमावस्या है और त्रिवेणी घाट पर स्नान के लिए भी पानी नहीं है।
मंत्री से लोगों ने कहा कि सरकार बदली तो पानी मिलना क्यों बंद हो गया। मंत्री ने अधिकारी को तलब किया और कहा कि क्या सरकार की छवि खराब करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। अधिकारी ने मौके पर ही कहा कि शुक्रवार को ही पानी छोड़ दिया जाएगा।
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गुरुवार को मंत्री सिलावट रेसीडेंसी कोठी में मतदाताओं और कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे। इसी दौरान उन्होंने नर्मदा घाटी विकास प्राधिकारण के कार्यपालन यंत्री संजय जोशी को तलब किया। कमरे में अकेले में मंत्री ने अधिकारी से बात की और पूछा कि आखिर क्या कारण है कि अब पानी नहीं छोड़ा जा रहा। अधिकारी ने कहा कि लिंक से जुड़े तालाबों के गेट नहीं खोले जाने से परेशानी हो रही है। मंडलेश्वर की ओर से भी पानी रोका जा रहा है। जल संसाधन और अन्य विभागों को भी एक बार निर्देश दे दिए जाएं। बेहतर हो मंत्री विजयालक्ष्मी साधौ से भी मामले में बात की जाए कि उनके यहां से पानी छोड़ा जा सके। मंत्री ने कहा कि आप पहले यहां से पानी छोड़ें हम बाकी सबसे भी बात कर लेंगे। दो दिन बाद आने वाली शनैश्चरी अमावस्या पर परेशानी नहीं होना चाहिए। अधिकारी ने कहा कि गुरुवार रात से ही पानी छोड़ दिया जाएगा। फिलहाल करीब ढाई से तीन फीट पानी छोड़ा जा सकेगा।
गांव परेशान नहीं होंगे
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विभागों ने अपने स्तर पर मनमानी शुरू कर दी थी। ग्रामीण और श्रद्धालुओं को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। पानी छोड़े जाने का निर्देश दे दिया है। 129 गांव इससे प्रभावित हो रहे हैं। नर्मदा घाटी के बाद अन्य विभागों की समन्वय बैठक भी बुलाकर उन्हें भी निर्देशित किया जा रहा है