लखनऊ : अयोध्या मामले में शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में एक बार फिर होने वाली सुनवाई पर लोगों की नजरें लगी हुई हैं। न्यायालय इस मामले में विशेष पूर्णपीठ गठन कर सुनवाई की तारीख मुकर्रर कर सकता है। राम मंदिर निर्माण के समर्थकों को उम्मीद है कि न्यायालय देश के सबसे संवेदनशील इस मुकदमे की प्रतिदिन सुनवाई कर जल्द से जल्द फैसला सुना देगा। विश्व हिन्दू परिषद का साफ कहना है कि लम्बे समय तक मंदिर निर्माण का इन्तजार नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने कांग्रेस को इस मामले के हल में रोड़ा अटकाने के गंभीर आरोप लगाये हैं जबकि कांग्रेस का कहना है कि भाजपा अयोध्या मुद्दे पर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहती है।
विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय का कहना है कि उच्चतम न्यायालय में शुक्रवार से हो रही सुनवाई से काफी उम्मीद है। हालांकि उन्होंने साफ किया कि मंदिर निर्माण का अनन्तकाल तक इंतजार नहीं किया जा सकता। इससे पहले श्री राय ने उच्चतम न्यायालय से प्रतिदिन सुनवाई का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण हिन्दू समाज के धैर्य टूटने से पहले शुरू हो जाना चाहिये। कहीं ऐसा न हो कि इसके लिये एक बार फिर आंदोलन चलाना पड़े। बाबरी मस्जिद के पैरोकार इकबाल अन्सारी कहते हैं कि वह भी चाहते हैं कि मामले का हल जल्दी निकले और न्यायालय से फैसला जल्दी हो ताकि अयोध्या के बाशिन्दे शान्ति से रह सकें।