नई दिल्ली : बॉलीवड के दिग्गज कलाकार कादर खान के शव को बीती रात कनाडा के मिसिअवगा में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इसके पहले कादर खान के पार्थिव शरीर को मस्जिद में रखा गया था। उसके बाद नमाज पढ़ी गई और दूसरी रस्में की गई। उल्लेखनीय है कि कादर खान का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को यानि 1 जनवरी को कनाडा के एक अस्पताल में निधन हो गया था। वह 81 साल के थे। अभिनेता को प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी डिसऑर्डर के कारण उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया था। इसकी वजह से उन्हें बाईपेप वेंटीलेटर पर रखा गया था। साथ ही उन्हें निमोनिया की भी शिकायत हो गई थी। वह बोल नहीं पा रहे थे जिसके कारण वह कोई भी बात को कहने के लिए आंखों से इशारा कर रहे थे।
कादर खान कई वर्षों कनाडा में अपने बेटे सरफराज और बहू शाइस्ता के साथ रह रहे थे। आखिरी बार उन्हें 2015 में आई फिल्म ‘दिमाग का दही’ में देखा गया था। पिछले साल ही बेटे सरफराज ने कादर खान के घुटने की सर्जरी कराई थी। वह ज्यादा देर तक चल नहीं पाते थे। कादर खान डरते थे कि वह चलेंगे तो गिर जाएंगे। काफी समय से लगातार उनके स्वास्थ्य में गिरावट हो रही है। प्रोग्रेसिव सुप्रान्यूक्लीयर पाल्सी (पीएसपी) एक तरह का असामान्य मस्तिष्क विकार है जो शरीर की गति, चलने के दौरान बनने वाले संतुलन, बोलने, निगलने, देखने, मनोदशा और व्यवहार के साथ सोच को प्रभावित करता है।