मुंबई : पीएम नरेंद्र मोदी ने एक इंटरव्यू में राम मंदिर पर बयान देते हुए कहा था कि पहले मामले में अदालत की सुनवाई खत्म होने दें उसके बाद अध्यादेश पर विचार किया जाएगा. अब उनके इस बयान पर शिवसेना ने बड़ा हमला बोला है. शिवसेना ने बोला है कि पीएम मोदी के लिए भगवान राम कानून से ज्यादा बड़े नहीं हैं. शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘भगवान राम कानून से बड़े नहीं हैं’ क्योंकि उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार राम मंदिर निर्माण के लिए किसी अध्यादेश पर निर्णय न्यायिक प्रक्रिया समाप्त होने के बाद ही करेगी.
ट्वीट कर यह कहा
जानकारी के लिए बता दें शिवसेना बीजेपी की सहयोगी पार्टी है और उसने अयोध्या में मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अध्यादेश लाने की मांग की है. उसने दलील दी है कि मामला दशकों से अदालतों में चल रहा है. शिवसेना नेता संजय राउत ने ट्वीट कर कहा ‘सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राम मंदिर तत्काल सुनवाई वाला मामला नहीं है. मोदी ने भी कुछ अलग नहीं कहा. मैं उन्हें मामले पर अपना रुख स्पष्ट करने के लिए बधाई देता हूं.’
यह कहा था मोदी ने
जानकारी के लिए बता दें कि कई टीवी चैनलों पर दिखाए गए एक इंटरव्यू में मोदी से अयोध्या में राम मंदिर के लिए अध्यादेश लाने के विभिन्न हिंदुत्व समूहों की मांग के बारे में सवाल किया गया. इस पर पीएम मोदी ने बताया था कि ‘न्यायिक प्रक्रिया समाप्त होने दीजिए. न्यायिक प्रक्रिया समाप्त होने पर एक सरकार के तौर पर जो भी हमारी जिम्मेदारी होगी, हम सभी प्रयास करने को तैयार हैं.’