नई दिल्ली: टीम इंडिया को तेज गेंदबाजों के लिए कभी नहीं जाना गया. हालांकि कुछ अच्छे गेंदबाजों को अपवाद माना जा सकता है. भारतीय टीम की स्पिन गेंदबाजी काफी मजबूत रही है और अपनी पिच पर तो बेहद खतरनाक स्पिन देखी गई. लेकिन जब भारतीय टीम विदेशी टीमों के खिलाफ उन्हीं के देश में खेलती है तब मध्यम गति की तेज गेंदबाजों के सहारा मैच जीतना थोड़ा मुश्किल रहता था.
अच्छी बात यह है कि अब धीरे – धीरे टीम इंडिया में बदलाव आया और हमारे पास भी कुछ युवा तेज गेंदबाज उभरे हैं. भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद युवा गेंदबाजों से प्रभावित हुए हैं. वेंकटेश ने हाल ही में एक क्रिकेट न्यूज वेबसाइट से चंडीगढ़ में तेज गेंदबाजी पर बात करते हुए कहा, ”भारत में कई प्रतिभाशाली युवा तेज गेंदबाज हैं, जो कि अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. जब मैं चीफ जूनियर सलेक्टर था तब मैंने शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी को टीम में शामिल किया था, जिन्होंने अंडर 19 आईसीसी वर्ल्डकप में प्रभावी प्रदर्शन किया.” उन्होंने कहा, एक तेज गेंदबाज की टीम में काफी अहम भूमिका होती है. उसे टीम की स्थिति समझने के साथ – साथ मैच की स्थिति को समझते हुए गेंदबाजी करनी होती है. उन्हें टीम की जरूरत को समझना होता है.
उन्होंने जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार का जिक्र करते हुए कहा कि इन खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को कई मुकाबलों में जीत दिलायी है. ये खिलाड़ी अपनी मेहनत के दम पर वर्ल्ड क्लास बॉलर बने हैं. गौरतलब है कि कमलेश और शिवम की औसत स्पीड 140 किलो मीटर प्रति घंटा है. इन्होंने अंडर 19 वर्ल्ड कप और आईपीएल कमाल की गेंदबाजी की.
बता दें कि शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी में अंडर 19 वर्ल्ड कप में दमदार प्रदर्शन करते हुए भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखते हुए इन्हें आईपीएल 2018 के ऑक्शन में भी खरीदा गया. शिवम मावी को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 3 करोड़ रुपये में खरीदा. जब कमलेश को भी केकेआर ने 3.20 करोड़ रुपये में खरीदा. हालांकि कमलेश चोटिल होने की वजह आईपीएल के इस सीजन में नहीं खेल पाये.