कांग्रेस ने जताई कड़ी आपत्ति
लखनऊ : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर‘ के विवाद की आंच देश की राजधानी दिल्ली से उत्तर प्रदेश तक पहुंच गई है। फिल्म को लेकर अब उप्र में भी सियासी मामला गरमा गया है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लालबाग स्थित नॉवेल्टी सिनेमाघर के बाहर फिल्म का एक पोस्टर लगा है। इसमें फिल्म रिलीज नहीं होने की धमकी दी गई है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कथित समर्थकों ने फिल्म के विरोध में पोस्टर लगाया है। उधर, कांग्रेस का कहना है कि हमारा इस पोस्टर से कोई लेना-देना नहीं है। कांग्रेस ने फिल्म को लेकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्र ने शनिवार को फिल्म को लेकर कहा कि फिल्म पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है। यह भाजपा सरकार के पक्ष में माहौल बनाने की राजनीति है। फिल्म में लगे पैसे की जांच होनी चाहिए। इधर, कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने इसे भाजपा की साजिश बताया है।
‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टिर‘ सीधे-सीधे गांधी परिवार पर निशाना साध रही है। इसके ट्रेलर में जो संकेत मिल रहे हैं, उससे साफ है कि फिल्म में कांग्रेस और गांधी परिवार ही निशाने पर है। पिछले साल ही महेश भंडारकर की फिल्म इंदू सरकार का भी इसी तरह से विरोध हुआ था। हालांकि कांग्रेस फिल्म की रिलीज के पक्ष में थी।
संजय बारू की किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर‘
‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर‘ वरिष्ठ पत्रकार संजय बारू की किताब है। इस किताब पर बनी फिल्म पर जमकर राजनीति हो रही है। फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के राजनीतिक जीवन पर आधारित है। फिल्म 11 जनवरी 2019 को रिलीज होने जा रही है। इसे विजय रत्नाकर गुट्टे ने निर्देशित किया है।
बारू मई 2004 में मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार बने और वह इस पद पर अगस्त 2008 तक रहे थे। उन्होंने किताब पीएमओ की नौकरी छोड़ने के लगभग छह साल बाद 2014 में लिखने की योजना बनाई थी। संजय बारू इकोनॉमिक टाइम्स और द टाइम्स ऑफ इंडिया के एसोसिएट एडिटर रहे। वह फाइनेंशियल एक्सप्रेस और बिजनेस स्टैंडर्ड के चीफ एडिटर रहे हैं। संजय के पिता भी मनमोहन सिंह के साथ काम कर चुके हैं। फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का किरदार अनुपम खेर और संजय बारू का किरदार अक्षय खन्ना ने निभाया है।