राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे व पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के साथ थाना प्रभारी ने बदसूलकी की। इससे भड़के तेजप्रताप ने समर्थकों के साथ थाना का घेराव किया है। तेजप्रताप थोनदार के निलंबन तक धरना पर बैठ गए हैं।
मामला तब फंसा, जब अपने जनता दरबार में आए हत्या के एक मामले के फरियादी की गुहार पर तेजप्रताप ने पटना के फुलवारी थानाध्यक्ष से फोन पर बात की। खास बात यह है कि तेजप्रताप यादव के मामा साधु यादव साथ खड़े दिख रहे हैं।
यह है मामला
मामला दहेज के लिए पत्नी को जलाकर मार डालने का है। इसकी फरियाद लेकर मृतक की बहन तेजप्रताप के जनता दरबार मे पहुंची थी। तेजप्रताप ने फुलवारी थाना के थाना प्रभारी से एफआइआर दर्ज नहीं करने की वजह पूछी तो थानाप्रभारी ने धौंस दिखाते हुए तेजप्रताप और फरियादी से बदतमीजी से बात की। कहा कि जब मर्जी होगी, एफआइआर दर्ज करेगा। थानेदार ने तेजप्रताप को यह भी कहा कि वे कानून न सिखाएं।
इससे तेजप्रताप नाराज़ हो गए और पुलिस-प्रशासन पर भड़क उठे। उन्होंने इसे जनप्रतिनिधि का अपमान बताया है। साथ ही थानेदार के निलंबन तक धरना जारी रखने की घोषणा कर दी है।
विदित हो कि तेजप्रताप यादव बीते तीन दिनों से जनता दरबार लगा लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को हत्या के इस मामले की फरियादी पहुंची थी।
भड़के तेजप्रताप ने थाने का किया घेराव, साधु यादव भी आए साथ
घटना से भड़के तेजप्रताप जब फुलवारी थाने पहुंचे तो वहां मामा साधु यादव भी पहुंच गए। उन्होंने कहा कि वे तेजप्रताप के साथ हैं। कोई किसी से बदतमीजी से कोई पेश आएंगा तो कानूनी कार्रवाई होगी। साधु यादव से लालू यादव के संबंध लंबे समय से अच्छे नहीं हैं। ऐसे में तेजप्रताप के साथ उनका देखा जाना बड़ी घटना मानी जा रही है।
बिहार में लगता डर
तेजप्रताप यादव ने कहा कि उनके पास जनता दरबार में आने वाले अधिकांश मामले पुलिस के खिलाफ हैं। पुलिस घटना की एफआइआर दर्ज नपहीं करती। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज नहीं रहा। इसके एक दिन पहले भी तेजप्रातप यह कह चुके हैं कि उन्हें खुद भी आधी रात में सुरक्षाकर्मियों के रहने के बावजूद कहीं आने-जाने से डर लगता है।