औरंगाबाद : महाराष्ट्र में शिवसेना को कट्टर हिंदूवादी पार्टी माना जाता है लेकिन शिवसेना हिन्दू से ज्यादा महाराष्ट्र की राजनीति के लिए जानी जाती है। एक वक़्त था जब शिवसेना मुस्लिम से सबसे ज्यादा दुरी बनाये हुई थी, शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे खुद को सबसे बड़ा हिंदूवादी कहते थे लेकिन समय के साथ शिवसेना ने अपने को बदला। अब पार्टी मुस्लिम समुदाय को भी पहले जैसा बर्ताव नही कर रही है। औरंगाबाद में कुछ ऐसा हुआ जो शिवसेना के इतिहास में पहले कभी देखने को नही मिला। औरंगाबाद में अज़ान सुनाई देने पर शिवसेना प्रमुख उद्दव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे ने शिवसैनिको को ही नसीहत दे दी। अजान के दौरान पार्टी का भाषण रुकवाने को लेकर शिवसेना नेता और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे की चरों और तारीफ हो रही है।
दरअसल महाराष्ट्र के औरंगाबाद नगर निगम के महापौर नंदकुमार घोडेले के भाषण के समय अचानक अजान की आवाज़ आने लगी तो आदित्य ठाकरे ने अपने दादा बालासाहेब ठाकरे का हवाला देते हुए भाषण को बीच में ही रुकवा दिया और कहाकि अज़ान थोड़े वक़्त के लिए होती है इसलिए जब भी अज़ान की आवाज़ सुनाई दे फिर भाषण रोक दिया जाए। आदित्य ठाकरे ने जवाब देते हुए कहा है कि ‘हिंदुत्व हमारी राष्ट्रीयता है, किसी को भी राष्ट्रीयता का प्रमाण पत्र जारी करना बिलकुल अनुचित है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने दादा और शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे से यह बात सीखी है कि हम अजान के समय भाषण नहीं देते हैं, इसलिए मैंने भी महापौर का भाषण रुकवा दिया।
शिवसेना के कार्य की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सदस्य इमतियाज जलील ने प्रशंसा की है। आदित्य ठाकरे रविवार को औरंगाबाद में एक समारोह में थे जहां उन्होंने सिटी बस सेवा को मंजूरी दे दी। कंचनवाड़ी में 161 एमएलडी क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का भी शुभारम्भ किया। आदित्य ठाकरे के अलावा स्पीकर हरिभाऊ बागड़े, सांसद चंद्रकांत खैरे, महापौर नंदकुमार घोडेले, विधायक अतुल सावे भी समारोह में उपस्थित थे। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं थे।