भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे टेस्ट का पहला दिन टीम इंडिया के बल्लेबाजों के नाम रहा. हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल के रूप में सलामी बल्लेबाजी की नई जोड़ी ने टीम इंडिया के लिए बिलकुल वैसी ही शुरुआत दी जैसी की उनसे उम्मीद की जा रही थी. मयंक अग्रवाल ने शानदार बल्लेबाजी की. इसके बाद विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा ने शानदार बल्लेबाजी कर तीसरा सत्र भी भारत के नाम कर लिया.
तीसरे सत्र में पुजारा विराट ने संभाली पारी
बॉक्सिंग डे पर मयंक अग्रवाल ने टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा 76 रन बनाए उसके बाद चेतेश्वर पुजारा ने भी अपनी लय वापस हासिल करते हुए 200 गेंदों पर अपने 68 रन बनाए. चाय के बाद विराट ने आते ही तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए जिसके बाद चेतेश्वर पुजारा ने अपने करियर की 21वीं और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8वीं टेस्ट हाफ सेंचुरी पूरी की. पारी के 71वें ओवर में पुजारा ने मिचेल स्टार्क की गेंद पर एक रन लेकर अपनी हाफ सेंचुरी पूरी की. पुजारा की इस सीरीज की यह दूसरी फिफ्टी है. वहीं वे एडिलेड की पहली पारी में शानदार शतक लगाया था जिसकी वजह से टीम इंडिया एडिलेड टेस्ट में ऐतिहासिक जीत हासिल कर सकी थी. इसके बाद पुजारा पर्थ टेस्ट में केवल 24 और 4 रनों की पारी खेल पाए थे
मयंक और विहारी का भी रहा योगदान
मयंक ने बेहतरीन 76 रन बनाए और चाय तक अपना विकेट बचा लिया, वे चाय से ठीक पहले ही आउट हुए. हनुमा विहारी खुलकर रन बनाने में कमयाब नहीं रहे, लेकिन 18 ओवर तक अपना विकेट बचाए रखना उनके लिए उपलब्धि ही माना जाना चाहिए. चाय के समय भारत ने दो विकेट पर 123 रन बना लिये थे. के एल राहुल और मुरली विजय के नाकाम रहने के कारण अग्रवाल को मौका दिया गया जिन्होंने आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए ढीली गेंदों को नसीहत दी. बल्लेबाजों की मददगार पिच पर आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिली.
दूसरा सत्र भी रहा खास
अग्रवाल चाय से ठीक पहले पैट कमिंस की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे. इससे पहले कमिंस ने हनुमा विहारी को लंच से पहले आठ के स्कोर पर पवेलियन भेजा था. चाय के समय चेतेश्वर पुजारा 33 रन बनाकर खेल रहे थे. उन्होंने अग्रवाल के साथ दूसरे विकेट के लिये 83 रन जोड़े. लंच के बाद भारत ने दूसरे सत्र में 66 रन बनाये और एक विकेट गंवाया. अग्रवाल ने अपना अर्धशतक 95 गेंदों में पूरा किया. वह टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के साथ अर्धशतक जमाने वाले भारत के सातवें बल्लेबाज बन गए.
ये खास बातें भी रहीं
विदेश में पिछले 11 टेस्ट में यह दूसरा मौका है जब सौ रन बनने के बाद विराट कोहली क्रीज पर उतरे. इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ नाटिंघम में दूसरी पारी के दौरान ऐसा हुआ था. मिशेल मार्श की गेंद पर 52वें ओवर में उस्मान ख्वाजा ने पुजारा को जीवनदान दिया. तीन ओवर बाद हालांकि कमिंस ने तीसरी स्लिप में अग्रवाल को लपकवाया. इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया और इस साल छठी नयी सलामी जोड़ी उतारी. विदेश में इस साल 11 टेस्ट में यह पांचवीं नयी शुरूआती जोड़ी थी. यह इस जोड़ी के लिए एक खास उपलब्धि है.
यह रिकॉर्ड बनाया मयंक विहारी ने
विहारी और अग्रवाल ने 18.5 ओवर में 40 रन बना लिये जो गेंदों का सामना करने के मामले में टेस्ट क्रिकेट में आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में दिसंबर 2010 के बाद से भारत की सबसे बड़ी सलामी साझेदारी थी. उस समय गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 29. 3 ओवर खेले थे. नाथन लियोन को आठवें ही ओवर में गेंद सौंप दी गई. विहारी को पैट कमिंस ने 19वें ओवर में स्लिप में आरोन फिंच के हाथों लपकवाया.