मेरठ। सिवालखास गांव में पुलिस चौकी से महज 150 मीटर की दूरी पर एक घर में चल रहे अवैध डीजल-पेट्रोल के गोदाम में शुक्रवार दोपहर भीषण आग लग गई। आग से एक ही परिवार के दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गई। दो दमकल कर्मचारियों समेत आठ लोग घायल हो गए। दमकल विभाग की चार गाडिय़ों ने ढाई घंटे में आग पर काबू पाया।
सिवालखास निवासी बाबूराम के चार बेटे हैं। बड़ा बेटा सूरज व बिट्टू वार्ड एक में आस-पास रहते हैं। सूरज डीजल-पेट्रोल का अवैध धंधा करता है, जबकि बिट्टू एक गैस एजेंसी का वेंडर है। पुलिस के अनुसार दोपहर सूरज पेट्रोल के एक ड्रम से तेल निकाल रहा था, तभी ड्रम में अचानक आग लग गई। चंद मिनटों में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। गोदाम में रखे 12 ड्रम धमाके के साथ एक के बाद एक फट गए। वहीं एक गैस सिलेंडर भी फट गया।
ग्रामीणों ने बताया कि मकान के अंदर मौजूद सूरज की बहन और उसके परिवार के दो बच्चों की मौत हो गई। घायलों के मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में सूरज की बहन 26 वर्षीय राखी, रिश्तेदार कुलदीप की 12 वर्षीय बेटी कनक, भाई बिट्टू की आठ वर्षीय बेटी पंखुड़ी शामिल हैं। इनके अलावा परिवार के दो लोगों के अलावा गांव के सोम व सलीम तथा दमकल विभाग के कर्मचारी दीपक व सतपाल घायल हो गए। एसपी देहात राजेश कुमार का कहना है कि डीजल-पेट्रोल के ड्रम में आग लगने से हादसा हुआ है। दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। एक सिलेंडर भी फटा है। छह लोग घायल हुए हैं।