कोहरे के कारण एक साथ टकराएं पचास वाहन, रोहतक-रेवाडी हाइवे पर दुर्घटना
झज्जर (हरियाणा) : झज्जर में भीषण कोहरे की वजह से दर्दनाक हादसे में 8 लोगों की जान चली गई जिसमें 7 महिलाएं शामिल हैं। सभी मृतक झज्जर के किरडोध गांव के रहने वाले हैं। सोमवार की सुबह क्रूजर गाड़ी में सवार होकर वे दिल्ली के नजफगढ़ की ओर जा रहे थे। हादसा रोहतक-रेवाड़ी हाइवे पर झज्जर बाईपास पर बादली फ्लाईओवर के ऊपर हुआ। क्रूजर गाड़ी और ट्रक की टक्कर के बाद कोहरे की वजह से करीब 50 गाड़ियां आपस में टकरा गई, जिसके कारण 10 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है। गंभीर रूप से घायल मरीजों को इलाज के लिए पीजीआई रोहतक रेफर किया गया है। राहगीरों की मदद से घायलों को भी शहर के नागरिक अस्पताल के साथ-साथ कई निजी अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है। हादसा इतना भयानक था कि देखने वालों की रूह तक कांप गयी। मृतकों की पहचान कर ली गयी है जिसमें सतपाल पुत्र राम मेहर, कांता देवी पत्नी सतपाल, संतोष पत्नी चंद्रभान, प्रेमलता पत्नी देवेंद्र, रामकली पत्नी रोहतास, खजनी पत्नी जय किशन, शीला देवी और लक्ष्मी देवी शामिल हैं ।
जानकारी के अनुसार सभी लोग अपने किसी परिजन की मृत्यु पर शोक प्रकट करने के लिए नजफगढ़ जा रहे थे। जब उनकी गाड़ी बादली फ्लाईओवर पर पहुंची तो उनकी गाड़ी की टक्कर घने कोहरे की वजह से एक ट्रक से हो गई। उसी दौरान पीछे से आ रही एक पिकअप गाड़ी ने भी क्रूजर को जोरदार टक्कर मार दी। जिसकी वजह से क्रूजर गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। हादसे के तुरंत बाद एक के बाद एक करीब 50 गाड़ियां आपस में टकरा गई। जिनमें सवार करीब 10 लोग घायल हो गए। हाइवे पर लाशें पड़ी देख कर राहगीरों और परिजनों की चीखें निकलने लगीं। एक स्कूल बस भी इस हादसे की चपेट में आ गई। हादसा देखने वालों का मन विचलित हो उठा।
हादसे की सूचना मिलने के बाद कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए झज्जर के नागरिक अस्पताल पहुंचे। जहां उन्होंने मृतक के परिजनों का ढांढस बंधाया। कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने अपनी ऐच्छिक निधि से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये, गंभीर रुपये से घायल लोगों के इलाज के लिए एक लाख रुपये, वहीं मामूली रूप से घायल लोगों के इलाज के लिए 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। मंत्री ने पीजीआई रोहतक के डायरेक्टर से फोन पर घायलों का इलाज जल्द से जल्द करवाने और उन्हें उचित दवाइयां समय पर उपलब्ध करवाने के भी निर्देश दिए हैं। हादसा बेहद भयानक था और इस हादसे में मरने वाली सभी महिलाएं एक ही परिवार से बताई जा रही हैं। हादसे के कारण किरडोध गांव में भी मातम पसरा हुआ है।